गिरीडीह।
डुमरी थाना क्षेत्र के राजाराम भिट्ठा और जरीडीह इलाके के बीच पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर एक हार्डकोर माओवादी जयराम बेसरा को 40 किलो के आईईडी बम के साथ पकड़ने में सफलता पाई है। जानकारी अनुसार अपर पुलिस अधीक्षक गुलशन तिर्की को मिले गुप्त सूचना पर एसपी के नेत्तृव में दो टीम गठित की गई थी। इसमें एक टीम में एसपी अमित रेणु और एएसपी गुलशन तिर्की शामिल थे। वहीं दूसरी टीम में सीआरपीएफ की सांतवी बटालियन के कमांडेट, सहायक कमांडेट के साथ पुलिस बल के जवान थे। दोनों टीम ने ज्वांईट रुप से जरीडीह और राजा राम भिट्ठा इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चला रही थी। जिसमें हार्डकोर माओवादी जयराम बेसरा को विस्फोटक के साथ दबोचा गया । जानकारी के अनुसार नक्सली जयराम बेसरा इलाके में आईडी को प्लांट कर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के फिराक में था।
जयराम बेसरा डुमरी और नावाडीह इलाके का हार्डकोर माओवादी है। गिरफ्तारी के बाद जयराम ने कई बड़े नक्सली कांडो में अपनी संलिप्ता स्वीकारा है। इसमें तीन माह पहले डुमरी के एक निर्माणाधीन काॅलेज में लेवी नहीं मिलने के कारण जेसीबी मशीन को जलाने , बाईक में आगजनी और मजदूरों की पीटाई। और बिरनी में एक पुल निर्माण कंपनी द्वारा लेवी नहीं देने के बाद मशीनों को आग के हवाले करने समेत अन्य नक्सली कांड शामिल है। पुलिस जयराम बेसरा से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में कई और बड़े नक्सली कांड में शामिल होने की बात सामने आ सकती है।
हालांकि हाल के दिनों में गिरफ्तार कई माओवादियों ने जयराम बेसरा का नाम कबूलने के साथ कई खुलासे किए थे। इसके बाद जयराम बेसरा की तलाश गिरिडीह पुलिस सरगर्मी से कर रही थी। जयराम बेसरा डुमरी-पीरटांड के जोनल कमांडर कृष्णा दा के दस्ता में शामिल था।यह ठेकेदारों से लेवी वसूलने का कार्य करता था। कुख्यात इनामी माओवादी अजय महतो के पीरटांड छोड़ने के बाद इस पूरे इलाके की जिम्मेवारी कृष्णा दा को ही मिला है।