Gumla: विकास भारती, बिशुनपुर ने गुरुवार को ब ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि गांवों के समग्र विकास को लेकर एकजुट होने की जरूरत है। एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहें। मोहन भागवत ने कहा कि विकास एक निरंतर प्रक्रिया है। एक साथ सबका विकास हो इसी में देश और समाज का हित है I और जो लोग अपने पास से संसाधन लगाकर लोगों की सेवा करते हैं वही बड़े होते हैं I लगातार एकजुट होकर कार्य करने से निश्चित रूप से सफलता मिलती है। वर्तमान में विश्वास में सेवा और विकास की आवश्यकता है। एक दूसरे की मदद के लिए सदैव तत्पर रहें।
उन्हाेंने कहा कि सबका साथ-सबका विकास और जो अपने साधनों से सेवा करते हैं, वे महान हैं, जिनके पास सबकुछ है और जो किसी की सेवा नहीं करते, वे कुछ नहीं हैं। कई आदिवासी क्षेत्रों का विकास भले ही समुचित न हो, लेकिन मिलजुल कर लगातार काम करने से सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मनुष्य आज जीवन जी रहा है, वह प्रकृति के अनुकूल नहीं है। जल्द ही अगर हम प्रकृति का दोहन करना बंद नहीं करते तो इसका मनुष्य जाति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। सृष्टि के संपूर्ण जीव-जाति से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। हमें प्रकृति से पोषण पाने के लिए प्रकृति को भी पोषित करना होगा।
सरकार की योजनाओं का लाभ जनता को मिले, इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं : अशाेक भगत
विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि पिछले 40 वर्षों से संस्था लगातार लोगों के उत्थान की दिशा में कार्य कर रही है। हमने 10 करोड़ पेड़ लगाए गए। सरकार की योजनाओं का लाभ जनता को मिले, इस दिशा में भी कार्यकर्ता लगातार काम कर रहे हैं। इस मौके पर पूर्व सांसद सुदर्शन भगत, समीर उरांव, अरुण उरांव, प्रवीण सिंह, किरणमाला, शिव शंकर उरांव, विनय लाल. संजय कुमार, रंजन चौधरी, आशा लकड़ा सहित काफी संख्या में संघ के अतिथि एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यक्रम के बाद मोहन भागवत सहित अन्य अतिथियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया।
सरसंघचालक के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था की गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस पदाधिकारी एवं दंडाधिकारियों की तैनाती गयी थी। सुरक्षा व्यवस्था में इंस्पेक्टर गुमला, एसडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य प्रखंडों से आए हुए पदाधिकारी एवं पुलिस बल तैनात थे। बिना पास के कार्यक्रम स्थल पर किसी की एंट्री नहीं थी।