नई दिल्ली।
देश के महान धावक मिल्खा सिंह का निधन शुक्रवार की देर रात को चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया। वे 91 वर्ष के थे और कोरोना संक्रमण के कारण इलाजरत थें। मिल्खा सिंह के निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। खेल जगत से जुड़े हस्तियों के साथ राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री ने उनके निधन पर गहरा शोक संवेदना व्यक्त किया है। खेल मंत्री किरण रिजिजू सहित पंजाब सरकार के कई मंत्रियों ने अंतिम संस्कार में भाग लिया। मिल्खा सिंह का राजकीय सम्मान के साथ चंडीगढ़ में अंतिम संस्कार किया गया। प्रधानमंत्री ने उनके साथ अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए कहा है कि हमने एक महान खिलाड़ी को खो दिया है। उनका अनगिनत लोगों के दिलों में खास स्थान था। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने लाखों को प्रेरित किया। उनके निधन से आहत हूं ।
मालूम हो कि मिल्खा सिंह 20 मई को कोरोना के चपेट में आए थे। जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में 24 मई को भर्ती कराया गया था जहां से हफ्ते भर बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन 3 जून को ऑक्सीजन का स्तर नीचे चले जाने के कारण उन्हें चंडीगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार की शाम उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी और तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। अस्पताल के प्रवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि उनका निधन रात 11:30 बजे हुआ। उल्लेखनीय हो कि हफ्ते भर पहले मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का भी निधन कोरोना संक्रमण के कारण हो गया था।