किडनी रोगियों के लिए आमतौर पर डायलिसिस की लागत 2000 से 4000 रुपये तक होती है, जो मरीजों और उनके परिवारों पर वित्तीय बोझ डालती है। लेकिन अब रांची के अपर बाजार स्थित नागरमल मोदी सेवा सदन में एक नई सुविधा की शुरुआत होने जा रही है, जिसके तहत मरीजों को केवल 500 रुपये में डायलिसिस करवाने की सुविधा मिलेगी। यह कदम किड़नी रोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा और उनकी चिकित्सा लागत को काफी हद तक कम करेगा।
कोल इंडिया के पूर्व चेयरमैन ने किया सेवा सदन का दौरा
हाल ही में कोल इंडिया के पूर्व चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने नागरमल मोदी सेवा सदन का दौरा किया, जहां उन्होंने हृदय विभाग में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। उनके साथ वरीय उपाध्यक्ष पुनीत पोद्दार और डॉ. विनय कुमार सिंह भी थे, जिन्होंने हृदय विभाग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी साझा की।
अजय मारू, पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सेवा सदन के अच्छे कार्यों में कभी धन की कमी नहीं होती है। उन्होंने यह भी बताया कि कोल इंडिया के सहयोग से हृदय विभाग की स्थापना की गई है, और अब शीघ्र ही 500 रुपये में डायलिसिस की सुविधा शुरू की जाएगी।
रोगियों के लिए राहत का संदेश
यह नई पहल न केवल किड़नी रोगियों के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी राहत लेकर आएगी, जो अक्सर डायलिसिस की महंगी लागत से जूझते हैं। यह निर्णय न केवल चिकित्सा क्षेत्र में सुधार का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में संवेदनशीलता और मानवता का भी परिचायक है।
स्वास्थ्य सेवा में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
नागरमल मोदी सेवा सदन का यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल किड़नी रोगियों को किफायती दरों पर चिकित्सा उपलब्ध कराने में मदद करेगा, बल्कि यह अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी एक मॉडल के रूप में काम करेगा।
किड़नी रोगियों के लिए डायलिसिस की लागत में कमी लाना एक आवश्यक कदम है, जो उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा। रांची का नागरमल मोदी सेवा सदन इस दिशा में एक नई शुरुआत कर रहा है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा