नालंदा विश्वविद्यालय अपने आप में अनोखा : जगदीप धनखड़
Gaya: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को बिहार के गया पहुंचे। यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ गया जिले के विष्णुपद मंदिर में पूर्वजों के मोक्ष प्राप्ति के लिए पिंडदान किया। वे तीन घंटे तक मंदिर परिसर में रहे। पिंडदान करने के बाद उप राष्ट्रपति ने 11 ब्राह्मणों को भोजन कराया। विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने उप राष्ट्रपति को सम्मानित किया।
गया में पिंडदान के बाद उप राष्ट्रपति नालंदा जिले के राजगीर के लिए रवाना हो गये। वे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल हुए। उप राष्ट्रपति ने नालंदा विश्वविद्यालय में आयोजित छात्र और प्राध्यापक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संवैधानिक संस्था पर अमर्यादित टिप्पणी करने से हर किसी को बचना चाहिए। जो जितनी ऊंची कुर्सी पर जाता है उनमें उतनी ही सरलता आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के नेतृत्व में जी 20 का सफल आयोजन होना सभी भारत वासियों के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि जी-20 के ‘वन अर्थ, वन फॅमिली, वन फ्यूचर’ की अवधारणा नालंदा विश्विविद्यालय में देखने को मिली, जहां से वैश्विक संदेश दिया जाएगा। मैं कई विश्वविद्यालय गया हूं लेकिन नालंदा विश्वविद्यालय अपने आप में अनोखा है। आप सौभाग्यशाली हैं कि उस धरती से हैं, जिसने विश्व को ज्ञान दिया। आज नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। मुझे उम्मीद है कि 2047 में भारत फिर से विश्वगुरु होगा। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के 50 छात्रों को संसद भवन, न्यू संसद भवन, भारत मंडपम तथा म्यूजियम को देखने के लिए आमंत्रित करने के साथ ही विश्वविद्यालय के साथ समझौता की घोषणा की। कार्यक्रम में बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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