.दशकों से विकास से महरूम बीहड़ बूढ़ा पहाड़ पर होगा नया बिहान
गढ़वा। राज्य गठन के बाद और उससे पूर्व से उपेक्षित गढ़वा स्थित बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीणों के दिन अब बहुरेंगे। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इसके लिए पहल कर दी है। इस पहल के पहले चरण में मुख्यमंत्री खुद बूढ़ा पहाड़ 5.279 करोड़ रूपये की विकास योजनाओं को लेकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे। बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र के समेकित विकास के लिए 100 करोड़ की लागत से बूढ़ा पहाड़ विकास परियोजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया गया । मालूम हो कि बूढ़ा पहाड़ लंबे समय से नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा था। राज्य और केंद्रीय बलों दोनों के निरंतर प्रयास के बाद, हाल ही में सितंबर 2022 में विशेष अभियान के बाद इस क्षेत्र को मुक्त करने में सफलता मिली है। इसके बाद से, राज्य सरकार द्वारा प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू की गई, जिससे ग्रामीण अबतक वंचित थे। इस क्रम में विगत वर्ष नवंबर माह में मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन बूढ़ा पहाड़ स्थित विभिन्न गांवों में किया गया। अबतक करीब 6000 से अधिक ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं से आच्छादित किया गया है। मौके पर मन्त्री मिथिलेश ठाकुर, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, सी एम के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का के अलावा डी जी पी भी साथ थे।
ऐसा खुशनुमा माहौल पहली बार देखने को मिल रहा
मुख्यमंत्री ने बूढ़ा पहाड़ में स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कभी यह इलाका माओवादियों के खौफ का गवाह था। पूरे इलाके को माओवादियों ने अपने कब्जे में कर रखा था । लेकिन, हमारे सुरक्षाबलों ने माओवादियों को कड़ी चुनौती देते हुए पूरे क्षेत्र को नक्सल मुक्त करा लिया है। आज हम सभी यहां एकत्रित हुए हैं और विकास की एक नई शुरुआत करने जा रहे हैं। शायद पहली बार यहां ऐसा खुशनुमा माहौल देखने को मिल रहा है । आने वाले दिनों में यह इलाका भी विकास के मामले में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यधारा में लौटे भटके हुए नौजवान
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस भी वजह से नौजवानों ने भटकाव की राह पकड़ी हो। उनसे मेरा कहना है कि वे मुख्यधारा में वापस आएं। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा से भटकना किसी समस्या का समाधान नहीं है मुख्यधारा में रहकर ही आप बेहतर और सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
बंदूक का साथ छोड़े, सरकार के साथ जुड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंदूक के बल पर आप कुछ देर के लिए डर और खौफ का माहौल तो पैदा कर सकते हैं, लेकिन यह ना तो आप के हित में है और ना ही समाज के। आप बंदूक का साथ छोड़ें और सरकार के साथ जुड़े। सरकार आज आपके द्वार आ कर आपको योजनाओं से आच्छादित करने का काम कर रही है। इन योजनाओं से जुड़कर मान सम्मान और स्वाभिमान से जीने का रास्ता चुनें।
बेहतर आत्मसमर्पण नीति है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सरकार के पास मुख्यधारा से भटके हुए लोगों के समर्पण हेतु बेहतर पॉलिसी है। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार उनके विकास के लिए सरकार की योजनाओं से लाभान्वित तो कराती ही है साथ ही उनके परिवार के साथ रहने के लिए ओपन जेल और उनके बच्चों के पढ़ाई के लिए भी पूरी व्यवस्था कर रही है।
आपको सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर तबके और वर्ग के विकास के लिए सरकार ने योजनाएं बनाई हैं। आपकी आशाओं और उम्मीदों के अनुरूप योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है। आप इन योजनाओं का लाभ लें। इन योजनाओं के जरिए आप इतना सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनें कि आपको कभी भी सरकार से राशन और अनुदान लेने की जरूरत नहीं पड़े।
यहां की महिलाएं बखूबी निभा रही अपनी जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समाज में बदलाव आ रहा है। पुरुष और महिलाएं किसी भी मायने में एक- दूसरे से कम नहीं है । कई मायनों में तो पुरुष से अधिक महिलाएं जागरूक होकर कार्य कर रहीं है। सरकार से सहायता प्राप्त कर ट्रैक्टर और सवारी गाड़ी लेकर उन्हें भाड़े पर देकर मुनाफा कमा रहीं है और अपने परिवार का उत्थान कर रहीं है।
वन उत्पादों का तय किया जाएगा एमएसपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन उत्पादों को बढ़ावा देने की सरकार ने योजना बनाई है। इसके तहत वन उत्पादों का एमएसपी तय किया जाएगा, ताकि इस पर आश्रित ग्रामीणों को वन उपजों का वाजिब मूल्य मिल सके। सरकार इन वन उत्पादों को खरीदेगी।
हर गांव में दवा दुकान खोलने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर गांव में एक दवा दुकान खोलने का काम करने जा रही है। इन दवा दुकानों को खोलने के लिए इंटर तक पढ़े लोगों को भी लाइसेंस मिल सकेगा । साथ ही इन दवा दुकानों को मोबाइल के जरिए सरकारी डॉक्टर से जोड़ा जाएगा, जहां 24 घंटे ऑनलाइन सेवा मिल सकेगी ।
जल -जंगल -जमीन के लिए पूर्वजों ने कुर्बानी तक दी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कई पूर्वजों ने जल- जंगल- जमीन के संरक्षण के लिए अपने प्राण तक कुर्बान कर दिए थे। उन्होंने कहा कि उनके पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आदिवासियों को एकत्रित कर लंबा संघर्ष किया था। कई आंदोलनकारियों ने अपनी शहादत दे दी थी। उन्होंने कोने कोने में जाकर लोगों को जागरूक करने का काम किया । इस हेतु तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने उन्हें सम्मानित भी किया था। आज हमे अपने पूर्वजों के सपनो के अनुरूप झारखंड का नव निर्माण करना है।
ग्रामीणों की सुनी समस्याएं, साथ में बैठकर भोजन किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने मुझे सरकार बनाने का मौका दिया है। आपकी समस्याओं का समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है। इस मौके पर लोगों ने अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
योजनाओं का होगा शुभारंभ, ग्रामीणों और सुरक्षा बलों से हो रहा संवाद
मुख्यमंत्री बूढ़ा पहाड़ स्थित टेहरी पंचायत के 150 से अधिक ग्रामीणों के साथ संवाद किया। बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत स्थानीय लोगों को मिनी ट्रैक्टर, पंपसेट, बीज, कृषि संबंधी किट, राशन किट, फुटबॉल किट, साइकिल सहित अन्य कल्याणकारी योजना का लाभ दिया। साथ ही, बूढ़ा पहाड़ पर तैनात सुरक्षा बलों के जवानों से साथ बातचीत भी किया। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र स्थित विभिन्न गांव में 90% अनुदान पर सरकारी / निजी तालाब जिर्णोद्वार, 90% अनुदान पर परकोलेशन टैंक निर्माण योजना, 80% अनुदान पर महिला समूहों को मिनी ट्रैक्टर वितरण योजना, 90% अनुदान पर पम्पसेट एवं पाईप वितरण योजना एवं 50% अनुदान पर वर्मी बैंड वितरण योजना से 29 लाभुक लाभान्वित किये गए। वहीं मनरेगा के तहत कूप निर्माण योजना दीदी बाड़ी, मेडबंधी निर्माण, टी०सी०वी० निर्माण, समतलीकरण निर्माण, तालाब निर्माण मिट्टी मोरम पथ निर्माण, पोटो हो खेल मैदान, डोभा निर्माण, गाय एवं बकरी शेड निर्माण समेत कुल 106 योजनाओं का शुभारंभ किया गया।
सौर ऊर्जा से रोशन होगा दुर्गम बूढ़ा पहाड़
राज्य के मुख्यमंत्री ग्रामीणों को सामाजिक सुरक्षा, स्वरोजगार, सर्वजन पेंशन योजना एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं से नहीं जोड़ेंगे बल्कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र की आधारभूत संरचनाओं एवं मूलभूत योजनाओं का भी शुभारंभ किया। इसके तहत मदगड़ी पुलिस पिकेट के पास आर सी सी कलभर्ट निर्माण, बुढ़ा पहाड़ क्षेत्र के बुढ़ा ग्राम में 25 केवी सौर विद्युतीकरण की योजना, बिजका पुलिस पिकेट के पास आर सी सी कलभर्ट निर्माण, बुढ़ा पहाड़ में सोलर आधारित 2एच पी का एच वाई डी टी के माध्यम से पेयजलापूर्ति योजना, बुढ़ा गांव (बेसिक कैम्प ) में सोलर आधारित जलापूर्ति योजना, आंगनवाड़ी केन्द्र खपरी महुआ एवं हेसातु का मॉडल आँगनबाड़ी में परिवर्तन, बुढ़ा पहाड़ क्षेत्र के सातु, बहेराटोली, तुमेरा, खपरी महुआ, तरेर पोलपोल ग्राम में सौर विद्युतीकरण की योजना के तहत 5 केवी का सौर विद्युत आपूर्ति की योजना का शुभारंभ किया, हेसातु स्वास्थ्य उपकेन्द्र का हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में अपग्रेडेशन एवं महिला स्वयं सहायता समूह को दोना पत्तल यंत्र का वितरण किया।