रांची। राजधानी के सिरमटोली के न्यू गार्डेंन के समीप रहने वाले पूर्व आईजी रविकांत धान की पत्नी डॉ निरोला नवरंगी धान ने नशीली दवा खाकर आत्महत्या कर ली। नशीली नींद की गोली खा लेने पर उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। मंगलवार को रिम्स में उनका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। बिसरा जांच के लिए एफएसएल भेजा जायेगा। जांच के बाद साफ होगा कि उन्होंने कौन सी जहरीली या नशीली दवा खाई, जिसके कारण उनकी मौत हो गयी। इस संबंध में बरियातू थाना से फर्द बयान चुटिया थाना को भेजा जायेगा। इसके बाद चुटिया थाना में यूडी केस दर्ज की जायेगी।
घटना के संबंध में पूर्व आईजी आरके धान ने बताया कि डॉ निरोला नवरंगी धान राजकीय औषधालय डोरंडा में स्त्री एवं प्रसुति रोग विभाग में प्रतिनियुक्त पर कार्यरत थीं। मूल रूप से उनकी पोस्टिंग ब्राम्बे में थी। उनका रिम्स के मनोचिकित्सक तथा दूसरे मनोचिकित्सक डॉ हक से इलाज चल रहा था। डॉ निरोला का अपनी बहन से काफी लगाव था। कुछ दिन पहले उनकी बहन का निधन हो गया था। इसके बाद से वह तनाव में रहती थी।
उन्होंने बताया कि हमेशा डिप्रेशन में रहने के कारण मनोचिकित्सक से उनका इलाज चल रहा था। 13 मई को वह मनोचिकित्सक से दिखाने गयी थी। उस दिन उन्होंने मनोचिकित्सक से कहा था कि कभी-कभी उनके मन में खुदकुशी का विचार आता है। इसके बाद मनोचिकित्सक ने परिजनों को उन्हें कभी भी अकेले नहीं रहने देने का सलाह दी थी। आरके धान ने कहा कि डिप्रेशन के अलावा और कोई भी कारण नहीं, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या की। क्योंकि, हमारा परिवार काफी खुशहाल परिवार है। परिवार में किसी प्रकार का कोई विवाद कभी नहीं होता था।
आरके धान ने बताया कि डॉ निरोला ने सोमवार की सुबह सात बजे नशीला पदार्थ खाया था। वह बाथरूम में गिर गयी थी। इस दौरान उन्होंने रिम्स में कार्यरत पुत्री डॉ आकृति को इसकी जानकारी दी। घर में उन्हें उल्टी कराया गया। उन्हें गंभीरावस्था में रिम्स में भर्ती कराया गया था। रिम्स में उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। सोमवार की देर रात उनकी मौत हो गयी थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद आईजी लक्ष्मण सिंह, एसटीएफ के आईजी सहित कई आईपीएस अधिकारी पूर्व आईजी आरके धान को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंचे थे।