पटना।
डीजीपी पद से सेवानिवृत्ति लेकर जदयू में शामिल हुए गुप्तेश्वर पांडे ने कहां है कि वीआरएस लेने और एक पार्टी का सदस्य बनने का चुनाव लड़ने से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा है कि इस बार वे विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वे जदयू व भाजपा गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व डीजीपी पांडे ने कहा कि कभी-कभी राजनीतिक परिस्थितियां किसी व्यक्ति की उम्मीद से अलग होती है। आप जैसा चाहते हैं वैसा नहीं होता है। मैं इसे धोखा नहीं मानता हूं। उन्होंने कहा कि मैं एनडीए के साथ हूं और पार्टी का जो निर्देश होगा उसका मैं पालन करूंगा। मौके पर सुशांत सिंह राजपूत मामले में उठे सवालों पर पूर्व बीजेपी ने कहा कि मैं जब डीजीपी था उस समय इस मामले में अफसरों को जांच के लिए भेजा था। लेकिन महाराष्ट्र के डीजीपी और वहां की पुलिस ने उनके साथ ठीक बर्ताव नहीं किया। उस दौरान उन्हें जो अच्छा लगा फैसला किया।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पहले डीजीपी पद से सेवानिवृत्ति लेकर जनता दल यूनाइटेड में गुप्तेश्वर पांडे ने सदस्यता ली थी। उम्मीद जताई जा रही थी कि पार्टी की ओर से उन्हें बक्सर विधान सभा के अलावा बाल्मीकि लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। लेकिन बक्सर सीट भाजपा के खाते में चली गई। वही जदयू द्वारा बाल्मीकि लोकसभा उपचुनाव में भी दूसरा प्रत्याशित घोषित कर दिया गया।