पटना।
राजधानी पटना पर बाढ़ का संकट गहरा रहा है। गंगा नदी गांधी घाट पर खतरे के निशान से 34 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पुनपुन नदी का भी यही हाल है और यह खतरे के निशान से लगभग 156 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। पुनपुन की उफान से सुरक्षा बांध में दरार आ रही है, जिससे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। गुरुवार को भी जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ से बचाव के लिए राजधानी में सभी तरह के सुरक्षात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
जानकारी अनुसार पटना के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके कारण हजारों लोग सूखे और सुरक्षित स्थानों की तलाश में घर छोड़ चुके हैं। प्रभावित इलाकों में सड़क संपर्क भी बाधित है। जिले के फतुहा इलाका जलमग्न हो चुका है। इसके बाद पटना के इलाके में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। दारधा नदी और पुनपुन नदी से प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बांध को बचाने के लिए सैंड बैग डाला जा रहा है। मसौढ़ी और धनरूआ में सुरक्षा बांध पर निगरानी बढ़ाई गई है। जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग की टीम बांधों की मरम्मती में जुट गई है।
केंद्रीय जल आयोग के ताजे आंकड़े बताते हैं कि पटना में गंगा ,पुनपुन, फल्गु और दारधा नदी में जल स्तर में वृद्धि जारी है। हालांकि सोन नदी के जल स्तर में इजाफा नहीं हुआ है। फिलहाल सोन नदी में जलस्तर स्थिर है।