.आंदोलनरत छात्रो के समर्थन में आए गठबंधन के नेता
पटना।
आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट में गड़बड़ी के नाम पर छात्रो को आंदोलन के लिए भडकाने के आरोप में बुधवार की देर रात खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर सहित बाजार समिति के अन्य कोचिंग संस्थानो पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पत्रकार नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में इन पर आंदोलन के लिए अभ्यर्थियों को भड़काने तथा मार्ग दर्शन करने का आरोप है। इसको लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जानकारी अनुसार आरोपित कोचिंग संचालक फरार है। कोचिंग संस्थाएं बंद है और संचालको के मोबाईल स्वीच ऑफ है। बताया जाता है कि खान सर ने 30 नवंबर 2021 को अपने यूट्यूब चैनल पर आरआरबी एनटीपीसी से संबंधित एक वीडियो अपलाेड किया था जिसमें नौकरी से संबंधित जानकारियांे का जिक्र किया था। इसके साना ही भर्ती बोर्ड की खामियो को बताने के साथ किसान आंदोलन से जुड़ी कुछ तस्वीरो को भी शेयर किया और लिखा कि छात्राे को अपनी मुहिम किसान आंदोलन के तर्ज पर लंबी चलानी होगी। 1 दिसंबर को उन्होंने अभ्यर्थियों के समर्थन में ट्वीटर पर जस्टिस फार रेलवे स्टूडेंट कैंपेन चलाया।
वीडियो सिरिज में उन्होंने रेलवे पर सवाल भी उठाए। वहीं खान सर के समर्थन में आए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और राजद नेता शिवानंद तिवारी ने एफआईआर का विरोध किया है। शिवानंदन तिवारी शिक्षको के जगह रेलवे बोर्ड के अधिकारियों पर मुकदमे करने की बात कही। जबकि जीतन राम मांझी ने ऐसे कदमो से आंदोलन के और भड़काने की आशंका जाहिर की है। छात्रो के अंादोलन के मद्देनजर गुरूवार को हुई महागठबंधन के नेताओं की बैठक् में दमनात्मक रवैए को निंदनीय बताया है। नेताओं ने कहा कि छात्र भाजपा राज में छला महसूस कर रहे है। इसके अतिरिक्त 28 जनवरी को छात्र संगठन इनौस और आइसा ने छात्रो का समर्थन देते हुए बिहार बंद का एलान किया है। दूसरी ओर रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने कहा कि रेलवे छात्रो की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता है। शिकायतो की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने छात्रो से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही कहा कि परीक्षा पारदर्शी तरीके से ली गई है।
रेल मंत्री के आश्वासन के बाद भी आंदोलन पर अड़े छात्र
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में आरआरबी एनटीपीसी अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर जांच कमेटी बनान की घोषणा की है, इसके बावजूद आंदाेलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। आंदोलनरत अभ्यर्थियों ने लाठीचार्ज और प्राथमिकी के विरोध में 28 जनवरी को बिहार बंद का एलान किया है। महागठबंधन के दलो ने गुरूवार को अभ्यर्थियों के बंद का समर्थन करने की घोषणा की है। छात्र संगठन इनौस और आइसा बंद को सफल बनाने के लिए कमर कस ली है। जाप पार्टी भी 28 को प्रदर्शन करेगी। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतिश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने छात्रो की मांग को जायज बताया।