चतरा। कुंदा थाना क्षेत्र के चतरा-पलामू बार्डर स्थित कुटिल-जोबिया जंगल में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच सीधी मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोलियां चली हैं। पूरा क्षेत्र गोलियों की तड़तड़ाहट से घंटो गूंजता रहा । जंगल में दोनों पक्ष एक-दूसरे के आमने-सामने आकर फायरिंग की। हालांकि, इसमें दोनों ओर से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस कप्तान राकेश रंजन ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं और अभी भी सर्च अभियान जारी चल रहा है।
झारखंड में पुलिस का नक्सली विरोधी अभियान जारी
जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को सूचना मिली थी कि चतरा-पलामू सिमाने पर स्थित कुंदा थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादियों का एक दस्ता सक्रिय है जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाह रहा है। सूचना के आलोक में उन्होंने नक्सलियों के विरुद्ध अभियान को लेकर एक व्यापक रणनीति तैयार की और जिला बल एवं सीआरपीएफ के जवानों को साझा अभियान के लिए रवाना किया। अभियान से लौटने के क्रम में सुरक्षा बलों के सदस्य सुबह कुटिल के जंगल के आसपास पहुंचे। दोनों तरफ से हो रही जबरदस्त फायरिंग चालू हो गई।
इसी क्रम में वहां पहले से मौजूद माओवादी दस्ता के सदस्य सुरक्षाबलों को देखते ही हवाई फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई में जुट गए। इस बीच दोनों और से रुक-रुक कर फायरिंग लगभग तीन घंटे तक चली । दोनों ओर से सैकड़ों चक्र गोलियां चली है। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। अभी भी सर्च अभियान जारी है।बताया जा रहा है की सर्च अभियान के दौरान पुलिस को नक्सली के छोड़कर भागे हथियार मिले है इसके अलावा उनके दैनिक सामान भी मिले हैं।