पटना। बिहार में शराबबंदी को लेकर सरकार पूरी तरह एक्शन में दिख रही है। बिहार के कई ईलाकों में जहरीली शराब से मौत के बाद गत 16 नवंबर को सीएम नीतिश कुमार ने शराब बंदी पर समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थें। इसी बीच मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतल मिलने पर सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर बहस हुई। यह मुद्दा सदन में गरमाया रहा और विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से जवाब मांग रहा था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह शर्म की बात है कि विधानसभा में शराब की बोतले मिल रही है।
भोजनावकाश के सदन में आए मुख्यमंत्री नीतिश ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमे इसकी जानकारी नहीं थी। शराब की बोतल विधानसभा परिसर में मिलने की बात को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। शराब की बोतल विधानसभा परिसर में कैसे आई इसकी जांच होगी। अध्यक्ष इसके लिए परिमिशन दे। इसके बाद भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शांत नहीं हुए और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि आखिर यहां शराब की बोतले कैसे मिल रही है। शराबबंदी पूरी तरह से फेल है। ऐसे में मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने पूछा कि आप यहां की सुरक्षा और बढ़वाना चाहते है? कल से ऐसा ही होगा… कल से सुरक्षा और कड़ी रहेगी। इसके बाद अध्यक्ष ने संसदीय कार्य मंत्री को सरकार के तरफ से जवाब देने को कहा। मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यह एरिया विधानसभा अध्यक्ष के जिम्मे है। आप स्वतंत्र है। सरकार इसमें सहयोग करेगी और दोषियो के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर नेता प्रतिपक्ष को इस संबंध में जानकारी है तो सबूत के साथ फोन पर जानकारी दे। सरकार उस पर हर हाल में कार्रवाई करेगी।