रांची। ईडी के रांची मुख्यालय में शनिवार को कांग्रेस के बेरमो विधायक अनूप सिंह से कैश कांड को लेकर अधिकारियों ने लम्बी पुछ ताछ की । विधायक से लगभग 10 घंटे तक ईडी ने पूछताछ की। सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक ईडी ने विधायक से पूछताछ की। ईडी अनूप से यह जानना चाह रही थी की कांग्रेस के तीन विधायक जो बंगाल में भारी नकदी के साथ गिरफ्तार हुए थे उनमें अनूप सिंह क्या साथ थे । विधायक के साथ अनूप असम गये थे । उन्हे कैसे कब और कहां प्रलोभन दिया गया था । उन्हे क्या प्रलोभन की राशि प्राप्त हुआ था ,कितनी राशि कब कब किसने दिया । अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने विधायक से पूछा कि झारखंड में सरकार गिराने के लिए उन्हें किसने 10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया। उनसे पूछा गया कि क्या यह पेशकश फोन पर की गई थी या किसी के आमने-सामने। क्या उन्हें कोई एडवांस राशि भी दी गई थी। उनसे कहा गया है कि अगर उनके पास कुछ भी उपलब्ध हो तो वे साक्ष्य साझा करें। ईडी ने बंगाल पुलिस के सामने उनके द्वारा दिए गए बयान को लेकर भी उनसे सवाल किये।अनूप पर लगातार सवालों का बौछार ईडी के द्वारा किया गया ।
सूत्र का कहना है की अनूप ईडी के सवाल पर जो जबाब दिया उससे धबडाये नजर आ रहे थे ।अधिकांश सवाल पर अनूप शान्त हो रहे।उन्होने ईडी को यह बताने का प्रयास करते नजर आये की विधायक उन्हे यह ऑफर देकर प्रलोभन देने का प्रयास किया था । किसी पार्टी के किसी नेता ने सीधे उनसे यह ऑफर नही दिया था । ईडी ने अनूप से यह जानने का प्रयास किया की जब विधायक ने पहले ही यह ऑफर दिया था तो उन्होने एफआईआर उनकी गिरफ्तारी के बाद किस उद्देश्य को लेकर किया ,पहले प्राथमिकी क्यूं नही करायी। क्या कानून की नजर में बचने के लिए यह किया ।
सूत्र का कहना है की अनूप अपने दिये जबाब में उलझ रहे थे। सूत्र का कहना है की ईडी के प्रश्न से अनूप हां या ना के रूप में जबाब दे रहे थे। ईडी ने उनके आय व्यय को लेकर भी प्रश्न किया । ईडी ने अनूप से यह जानने का प्रयास किया की अनूप कांग्रेस के तीनों विधायक जो बंगाल में गिरफ्तार हुए उनके विरूद्ध रांची मे जो एफआईआर उसका उद्देश्य क्या था । ईडी ने यह बार बार प्रश्न किया की सरकार के विरूद्ध साजिश रचने बाले विधायक के साथ उनका सम्बन्ध कैसा है। क्या उन्होने जीरो एफआईआर किसी के कहने पर किया था या खुद अपनी समझ पर किया था।
सूत्र का कहना है की ईडी पुनः अनूप से इस सम्बन्ध में पूछ ताछ कर सकती है। मालूम हो की झारखंड में सरकार को गिराने की साजिश से जुड़े मामले में बंगाल में कांग्रेस के तीन विधायक फुरकान अंसारी,राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को 48 लाख रूपये के साथ गिरफ्तारी के बाद एक दिन बाद विधायक अनूप सिंह के द्वारा स्थानीय अरगोड़ा थाने में जीरो प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी और यह कहा गया था की तीनो विधायक के द्वारा उन्हे भी प्रलोभन और दबाव दिया जा रहा था । ईडी के द्वारा इस प्रकरण में संज्ञान लेने के उपरांत 16 दिसंबर को समन जारी किया गया था ।
ईडी आज अनूप से इसी मामले में उन्हे पुछ ताछ के लिए ईडी मुख्यालय बुलाई थी ।इस प्रकरण में अनूप का नाम जमकर आया था चर्चा यह था की अनूप इस कांड के किंगपीन थे। ईडी मुख्यालय जाते समय अनूप विचलित नजर आ रहे थे ।ईडी मुख्यालय में सुरक्षा के प्रबंध थे।अनूप अपनी गाड़ी से ईडी मुख्यालय तक गये परन्तु मुख्यालय से पहले गाड़ी से उतर कर पैदल कार्यालय में अकेले प्रवेश किया ।उनके समर्थक मुख्यालय के बाहर दिन भर खड़े देखे गये ।सूत्र का कहना है की ईडी ने अनूप सिंह से आय व्यय के साथ साथ चल अचल की सम्पति का ब्यौरा मांगा है। सूत्र का कहना है की ईडी अनूप से पुनः पूछताछ कर सकती है।