रांची। ईडी के नोटिस पर आज सोमवार को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर ईडी मुख्यालय पहुंचे। ईडी के अधिकारी जेल अधीक्षक से पंकज की बिमारी और रिम्स कैदी वार्ड मे जेल नियम के विरूद्ध उन्हे दिए गये सुविधा के साथ साथ मोबाईल सेवा उपलब्ध कराने के सम्बंध में घंटो पुछ ताछ की । सूत्रों ने बताया है की जेल अधीक्षक ने रिम्स में पंकज मिश्रा को दिए गए वीवीआई पी सुविधा और मोबाईल उपलब्धता पर अपनी अनभिज्ञता प्रगट की है। सूत्र ने बताया की जेल अधीक्षक ने बताया की जेल से जब कोई कैदी को रिम्स लाया जाता है तो कैदी की सुरक्षा और रिम्स में सुरक्षा की चौकसी स्थानीय पुलिस प्रशासन के द्वारा किया जाता है । जेल अधीक्षक ने रिम्स प्रशासन द्वारा चिकित्सा से जुड़े जो पेपर दिया है उसे ईडी को सौंप दिया है।
मालूम हो की संथाल परगना क्षेत्र में एक हजार करोड़ के अवैध माइनिंग के आरोप मे ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए मुख्य मन्त्री हेमन्त सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र गिरफ्तारी के बाद रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा गृह भेजे गए थे इसी क्रम में वो बिमार हुए और जेल प्रशासन ने उन्हे ईलाज के लिए रिम्स मे भर्ती कराया था । जैसा की बताया गया है ,पंकज एक ड्रग ऐडिक्ट के मरीज है। रिम्स कैदी वार्ड मे बंद होने के बाद भी पंकज मिश्रा को चिकित्सा से अधिक हर सुख सुविधा का ख्याल रखा गया ।पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन की चौकसी के बाद भी पंकज को मोबाईल समेत सुविधा प्रदान की गई। जेल में बंद अवधि मे पंकज ने संथाल के दो जिलाधिकारी और पुलिस के शीर्ष अधिकारी से लगातार वार्ता की, उन्हे दिशा निर्देश दिया ।
ईडी ने इस अनियमितता पर रिम्स के कैदी वार्ड में औचक छापामार कर पंकज को मोबाईल से बात करते पकड़ा था ।उनकी सेवा मे लगे उनके चालक और एक व्यक्ति को भी पकड़ा था । इस नियम विरुद्ध कार्य को लेकर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को नोटिस जारी कर ईडी मुख्यालय रांची बुलाया गया था। ईडी जेल अधीक्षक से यह जानना चाह रही थी की पंकज को रिम्स कैदी वार्ड मे हर सुख सुविधा के साथ मोबाईल से वार्ता करने की छूट किसके आदेश पर दिया गया । रिम्स में पंकज की किस बिमारी की चिकित्सा की जा रही है । रिम्स से जब उसे वापस जेल वापस करने का आदेश दिया जा चुका है तब जेल प्रशासन उसे क्यो नही अब तक लायी।
ईडी ने पंकज के बिमारी सम्बन्धी सभी पेपर रिम्स से प्राप्त कर ली है । चिकित्सक ने पंकज मिश्रा को कांके के मानसिक आरोग्य शाला के नशा मुक्ति केन्द्र रेफर किया था परन्तु तब पंकज ने वहां जाने से साफ इंकार कर दिया था । आज रिम्स से पंकज मिश्रा को सुरक्षा टीम के साथ राजधानी के कांके स्थित सीआईपी के नशा मुक्ति केन्द्र लाया गया । जहां सीआईपी के डॉक्टरों ने उनकी जांच की ,सूत्र ने बताया की चिकित्सको ने उन्हे ड्रग्स लेने का आदि बताया । सूत्र का कहना है की रिम्स मे पंकज की सुरक्षा लापरवाही पर रांची पुलिस की परेशानी बढ सकती है। ईडी रांची पुलिस से पुछ ताछ कर सकती है। इधर बरहरवा थाना के एएसआई सैफुद्दीन से ईडी पुछ ताछ कर रही है। एएसआई ने ही पंकज मिश्रा के सम्बन्ध मे निर्दोष का प्रमाण दिया था ।
[
पंकज मिश्रा को सीआईपी में किया गया शिफ्ट, नशा मुक्ति केन्द्र मे होगा इलाज
संथाल परगना में अवैध खनन और टेंडर मैनेज करने के आरोपी मुख्य मन्त्री हेमन्त सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का इलाज अब कांके स्थित सीआईपी के नशा मुक्ति केन्द्र में होगा। उन्हें आज रिम्स रांची से सीआईपी में शिफ्ट कर दिया गया है। सीआईपी के निदेशक डॉ.वासुदेव दास और उनकी टीम जांच की और कहा कि पंकज मिश्रा फिलहाल इमरजेंसी मे भर्ती रहेंगे। प्रारंभिक जांच के बाद ही बताया जाएगा की उनका इलाज नशा मुक्ति केंद्र में होगा या नहीं। मालूम हो कि पंकज मिश्रा फोर्टविन नाम नशीली दवा लेने के आदी है। जिसकी वजह से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खास करके उनके इलाज कर रहे डॉक्टरों को परेशानी हो रही है जिसके बाद मेडिकल बोर्ड ने यह निर्णय लिया है । मालूम हो की रिम्स से उन्हे पहले भी सीआईपी रेफर किया गया था तब उन्होने सी आईपी मे भर्ती होने से साफ इन्कार कर दिया था। रिम्स प्रशासन ने इसकी सुचना केंद्रीय कारा के अधीक्षक को लिखित तौर पर दे दी थी।