Dhaka: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच आज प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद पहली बार सेनाध्यक्ष जनरल वकार-उज-जमान ने देश के नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि अब अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा, सेना पर भरोसा रखें। इस बीच बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़कर चली गईं हैं। देश में शांति व्यवस्था बनाए रखें। आइए मिलकर काम करें। लड़ने से कुछ नहीं मिलेगा। हमने मिलकर बांग्लादेश को एक खूबसूरत देश बनाया है। सेनाध्यक्ष जमान ने कहा कि हमने सभी राजनीतिक दलों के साथ सार्थक चर्चा के बाद अंतरिम सरकार बनाने का फैसला लिया है। हम स्थिति को सुलझाने के लिए अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से बात करेंगे। उन्होंने विरोध के नाम पर सभी से हिंसा को रोकने का आह्वान किया और वादा किया कि नई सरकार भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान हुई सभी मौतों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी।
इस बीच ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रोफेसर आसिफ नजरूल ने बयान जारी कर छात्रों से विरोध प्रदर्शन बंद करने का अनुरोध किया है।आंदोलनकारी राजधानी के धानमंडी स्थित गृहमंत्री असदुज्जमां खान कमाल के आवास पर हमला कर रहे हैं। दोपहर करीब 3:30 बजे हजारों प्रदर्शनकारी गेट तोड़कर गृहमंत्री के घर में घुस गए। घर से धुआं निकलता भी दिख रहा है। अंदर तोड़फोड़ की गई है।
शेख हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना ने बांग्लादेश छोड़ा, सेना मुख्यालय में हलचल तेज
बांग्लादेश में जारी हिंसक प्रदर्शन के बीच सोमवार दोपहर 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर बंगभवन से उड़ान भरी है। उनके साथ उनकी छोटी बहन शेख रेहाना भी हैं। सूत्रों ने बताया कि वे हेलीकॉप्टर से भारत के पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई हैं। बांग्लादेश के प्रमुख अखबार प्रोथोम अलो ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। बांग्लादेश में इसे तख्ता पलट के रूप में देखा जा रहा है। बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में जारी हिंसक प्रदर्शन के चलते चारों तरफ अराजकता का माहौल बना हुआ है। यह भी बताया जा रहा है किचारों तरफ प्रदर्शन, आगजनी, हिंसा और कर्फ्यू के चलते सेना ने शेख हसीना को देश छोड़ने की सलाह ती। सूत्रों के अनुसार कि शेख हसीना देश छोड़ने से पहले अपना भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं। पर उन्हें वह मौका नहीं मिला। इसी के साथ बांग्लादेश के सेना मुख्यालय में हलचल तेज हो गई है। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान इस समय बैठक कर रहे हैं। बैठक में जातीय पार्टी के वरिष्ठ सह अध्यक्ष अनीसुल इस्लाम महमूद और पार्टी के महासचिव मुजीबुल हक चुन्नू को आमंत्रित किया गया है। इस बैठक में ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रो. आसिफ नजरूल को भी आमंत्रित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश सरकार ने प्रदर्शनकारियों के आम जनता से लॉन्ग मार्च टू ढाका में हिस्सा लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का सोमवार को आदेश दिया। इससे एक दिन पहले बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में हुई झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंदू घरों और मंदिरों पर हमले, डर के साए में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़क उठी है। इस हिंसा का मुख्य निशाना हिंदू समुदाय बन रहा है, जिनके घरों और मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। इस हिंसा के संबंध में कई वीडियो बांग्लादेश से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो इस भयावह स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं। फेसबुक पर साझा किए गए वीडियो में बांग्लादेश के विभिन्न स्थानों पर हिंदू समुदाय के घरों और मंदिरों पर हो रहे हमलों के दृश्य सामने आए हैं।