Uttarakhand News:- बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार सुबह 6 बजे खोले गए। सबसे पहले मंदिर के नए रावल अमरनाथ नंबूदरी ने गणेश पूजा की। इसके बाद द्वार पूजन कर कपाट खोले गए। कपाट खुलने के बाद गर्भगृह की सफाई की गई। भगवान बद्रीविशाल को शुद्ध जल से स्नान कराया गया। फिर उन्हें नए वस्त्र और आभूषण पहनाए गए। यह अनुष्ठान भगवान को शीतकालीन विश्राम के बाद जगाने के लिए किया गया।

इस बार मंदिर को फूलों से सजाया गया है। श्रद्धालु अब अगले 6 महीने तक भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सकेंगे। इस साल धाम परिसर में फोटो और वीडियो लेने पर रोक लगाई गई है। नियम तोड़ने पर 5 हजार रुपए जुर्माना लगेगा।
3 मई को भगवान बद्रीविशाल की पालकी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली धाम पहुंची थी। इससे पहले 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे। 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए थे।