झारखंड के अलावा कई राज्यों के श्रद्धालुओं लगा था जमावड़ा
Deoghar: महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को बाबानगरी देवघर का दृश्य देखते ही बन रहा था। तड़के 3:05 बजे बाबा बैद्यनाथ के मंदिर का पट खुला। सबसे पहले कांचा जल पूजा हुई। इसके बाद 4:35 बजे से हजारों की संख्या में आम भक्तों ने पूजा-अर्चना शुरू की। दर्शन के लिए मंदिर से पांच किलोमीटर तक लाइन लगी रही। श्रद्धालु के कतारबद्ध तरीके से होकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर बाबा को जल अर्पण किया। राज्य के अलावा कई राज्यों के श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरा परिसर भक्ति में गोते लगा रहा था।पूरा मंदिर बोल बम, ओम नमः शिवाय, जय शिव के नारों से गूंज रहा था। भोलेनाथ के दर्शन को लेकर बीते गुरुवार की शाम से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचने लगी थी। शिवरात्रि को लेकर बैद्यनाथ मंदिर में कई परंपराओं का भी आज निर्वाह किया जाता है, जिसमें सिंदूरदान की परंपरा गठबंधन की परंपरा बाबा बैद्यनाथ मंदिर में चार पहर की पूजा की परंपरा के अलावा रात्रि में भव्य बारात निकली जाती है।
वीआईपी पूजा पर लगाई गई रोक
सुचारू जलार्पण के लिए देवघर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। मंदिर परिसर और रूट लाइन में भारी पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गयी है। देवघर के उपायुक्त विशाल सागर खुद मंदिर में रहकर व्यवस्था संभाल रहे हैं।उपायुक्त ने कहा कि सावन की सोमवारी की तरह ही महाशिवरात्रि भी एक महत्वपूर्ण दिन है और इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलाभिषेक करने आते हैं, इसलिए जिला प्रशासन सभी श्रद्धालुओं को सुलभ जलार्पण कराने में जुटा हुआ है। इस भीड़ को देखते हुए आज किसी भी तरह की वीआईपी पूजा पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि जो भी भक्त इस भीड़ से बचना चाहता है वह शीघ्र दर्शनम का कूपन कटाकर कुछ अलग व्यवस्था प्राप्त कर सकता है।
महाशिवरात्रि के मद्देनजर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी विशाल सागर ने बीएड कॉलेज, तिवारी चौक, क्यू कॉम्प्लेक्स, नेहरू पार्क, शिवराम झा चौक के अलावा मंदिर के आसपास के क्षेत्रों का अवलोकन कर विधि-व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा की जानकारी ली।
उपायुक्त ने श्रद्धालुओं से बातचीत की और उनके साथ बोलबम के नारे भी लगाए। श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाते हुए उपायुक्त ने उन्हें बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उनके लिए कई तरह की सुविधाएं मुहैया करायी गई है। साथ ही किसी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो, इसका ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि श्रद्धालु आसानी से बाबा बैद्यनाथ को जलार्पण कर सकें, ऐसी व्यवस्था करें। आपका व्यवहार ऐसा हो कि श्रद्धालु अच्छी अनुभूति लेकर जाएं।
500 रुपये मेंं शीघ्रदर्शनम कूपन
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शीघ्रदर्शनम कूपन की व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालुओं को इसके लिए 500 रुपये का भुगतान करना था। उपायुक्त के अलावा अनुमंडल पदाधिकारी देवघर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक, जिला खेल पदाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी भी अपनी-अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद थे।
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