नई दिल्ली
मास्को में रणनीतिक बैठक और चर्चा के उपरांत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को वहां से सीधे तेहरान के लिए रवाना हो गए। वे वहां ईरान के रक्षामंत्री बिग्रेडीयर जनरल अमीर हातमी से मुलाकात करेंगे। एलएसी और एलओसी पर चीन और पाकिस्तान के नापाक मंसूबे की वजह से रक्षा मंत्री का ईरान यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। तेहरान यात्रा के पूर्व उन्होंने भौगोलिक महत्व वाले तजाकिस्तान, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्रीयों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि तीनों देशों के रक्षा मंत्रियों से सहयोग में और गति लाने के तरीकों पर चर्चा की गई। मालूम हो कि शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के बाद रक्षा मंत्री को देश लौटना था। पर तीनों समकक्षों से मिलने के लिए अपनी यात्रा को आगे बढ़ाया। फारस की खाड़ी में ईरान, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात से जुड़ी घटनाओं के कारण क्षेत्र में तनाव है। ऐसी हालत में भारत के रक्षा मंत्री का ईरान यात्रा काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। चीन और पाकिस्तान के नापाक मंसूबे की वजह से ईरान के रक्षा मंत्री से बातचीत गेम चेंजर साबित होने की संभावना है। केंद्र सरकार 2014 से लगातार ईरान को अहम सहयोगी मानकर काम करती आ रही है।