पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) । जिले में 12 वर्षों से सक्रिय भाकपा माओवादी संगठन के एरिया कमांडर कुलदीप उर्फ कुलदीप गंझू उर्फ टुईलू ने मंगलवार को पुलिस लाइन में सरेंडर कर दिया। कुलदीप ने बंदूक के साथ सरेंडर किया। इसके सरेंडर करने से भाकपा माओवादियों को गहरा झटका लगा है। कुलदीप भाकपा माओवादी संगठन के केन्द्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा उर्फ सागर की टीम के सक्रिय एवं विश्वासपात्र सदस्य था। मौके पर कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा, डीआईजी सीआरपीएफ पुरन चंद, एसपी चाईबासा आशुतोष शेखर , एएसपी कपिल चौधरी, एसडीपीओ दिलीप खलखो, डीएसपी सुधीर कुमार सहित कई पुलिस पदाधिकारी सीआरपीएफ के अधिकारी उपस्थित थे।
रांची का खलारी का रहने वाला है कुलदीप
एरिया कमांडर कुलदीप रांची के खलारी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। कुलदीप गंझू ने कहा कि 13 वर्ष की उम्र में उसे पार्टी वालों ने अपने साथ जोड़ दिया था। अलग-अलग तरीके से प्रशिक्षण दिए। गुरिल्ला वार, विस्फोटक बनाने और विस्फोट करने सहित विध्वंसक कार्रवाई कैसे की जाए इसे बताया गया। वह जब भी अपने घर जाने को कहता था तो उसे जाने नहीं दिया जाता था, इससे वह काफी परेशान था।
इसी बीच उसे सरकार के आत्मसमर्पण नीति की जानकारी हुई और उसने अपना मन बना लिया कि आत्मसमर्पण करेगा। अब वह अपनी मां के साथ सामान्य जिंदगी जीना चाहता है। उसने बताया घर में पिताजी का देहांत हो गया है और घर में सिर्फ मां ही बची है। कुलदीप पर चाईबासा में सात मामले दर्ज है। इसके अलावा वह काफी समय तक झारखंड-ओड़िसा के सारंडा क्षेत्र में सक्रिय रहा है। यह हाल के दिनों में झिलरुआ कांड में एक्शन टीम में भी शामिल रहा है।
एसपी ने बताया कि डीजीपी नीरज सिन्हा के निर्देश में हर जिले में जिला बल, कोबरा और झारखंड जगुआर की सहायता से नक्सलियों के विरुद्ध निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही आत्म समर्पण नीति के फायदों को भी विभिन्न माध्यमों से नक्सलियों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसी के तहत नक्सली ने सरेंडर किया है।आत्मसमर्पण करने के बाद झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत उसे तीन लाख अनुदान राशि दी जाएगी। इसके अलावा अगर वह किसी काम के लिए प्रशिक्षण लेना चाहेगा तो वह भी उसे दिया जायेगा।