भोजपुर।
अंग्रेजी शासन के दौरान 1862 ईसवीं में जिले के कोइलवर स्थित सोन नदी पर बनाए गए रेल सह सड़क पुल के हालात शीघ्र सुधरेंगे। जर्जर हालत में आए पुल की मजबूती को लेकर सरकार ने कदम उठाया है। इसको लेकर निर्माण कंपनी गेलबेनो इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने मरम्मती कार्य शुरू कर दिया है।
मालूम हो कि अब्दुलवारी पुल बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगो के लिए लाइफलाइन है। निर्माण कंपनी पुल की उम्र को 40-50 वर्ष तक बढ़ाने को लेकर सड़क मार्ग से जुड़े हिस्से और निचले हिस्से में लगी जंग को हटाने के लिए लोहे के पिलरो पर मेटेलाइजिंग गन से एलपीजी ऑक्सीजन का कंप्रेसर कर एल्युमिनियम मेटल की परत के काम में जुटी है। वाश प्राइमर से पेंट कर आईएस 104 येलो प्राइमर की जा रही है। पिलरो पर चार अलग अलग तरह के पेंट कोट चढ़ाने के बाद अंत में कंप्रेशर मशीन से 170 से 210 माइक्रोन का एल्युमिनियम का परत चढ़ाया जाएगा। कंपनी का दावा है कि मरम्मती से अगले 50 सालो तक लोहे के पिलरो पर जंग नहीं लगेगा और पुल को मजबूती मिलेगी।
कंपनी के अभियंता रियाज अहमद ने बुधवार को बताया कि डेढ़ साल में बड़े लेन वाले पुल में एल्यूमिनियम की परत चढ़ाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल पुल के पूर्वी छोर से दक्षिण की तरफ से मार्ग पर जंग लगी लोहे की प्लेट को बदला जा रहा है। परत चढ़ाने के बाद पुल पूरी तरह से एल्युमिनियम की तरह दिखेगा। पुल का लाल रंग बदलकर सिल्वर रंग में बदला जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी को 5 साल के लिए कांट्रेक्ट मिला है। इस दौरान पुल की देखरेख और मरम्मती कार्य देखेगी।