नवादा। आरटीआई कार्यकर्ता ने एक ही महिला नीतू कुमारी पिता ह्देश सिंह के एक साथ नवादा और पटना जिले में शिक्षिका पद पर कार्यरत्त होने की शिकायत की है। शिकायत के आलोक में नवादा डीएम ने डीईओ को जांच कर कार्रवाई के ओदश दिए है। शिकायत काफी दिलचस्प है। नवादा जिले के पकरी बरावां प्रखंड के कबला पंचायत के तिरबा प्राथमिक विद्यालय में नीतू कुमारी सहायक शिक्षिका के पद पर कार्यरत्त है। जबकि वहीं नीतू कुमारी पटना जिले के अथमल गोला प्रखंड के रामनगर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय, झुग्गी झोपड़ी सबनीमा दरगार में पंचायत शिक्षिका के पद पर कार्यरत्त है।
दोनों के प्रमाण पत्र में पिता का नाम हृदेश सिंह अंकित है। दोनों का नियोजन के वक्त मैट्रिक और इंटर का प्रमाण पत्र एक है। जो कि नवादा जिले के स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा निर्गत है। शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में सिर्फ राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान का निर्गत प्रमाणपत्र है, जो कि नौकरी में रहते निर्गत हुआ है।फर्क बस इतना है कि दोनों नीतू कुमारी का आवासीय पता और पति का नाम अलग अलग है।
पटना जिले में कार्यरत नीतू के पति का नाम मनोज कुमार और आवासीय पता केदारचक (दौलतपुर) प्रखंड अथमलगोला और नवादा में कार्यरत नीतू कुमारी के पति का नाम राकेश कुमार और पता हसना गांव अंकित है। पटना में कार्यरत नीतू जुलाई 2013 से नौकरी में हैं, जबकि नवादा की नीतू जुलाई 2015 में नियोजित हुई और विद्यालय में कार्यरत हैं।
आरटीआई के जरिए हसना गांव के जगदीश यादव द्वारा नियोजन इकाइयों से सभी कागजातों की मांग की गई थी। नियोजन इकाइयों से मिली सूचना के आधार पर जगदीश यादव द्वारा दावा किया जा रहा है कि नवादा के प्राथमिक विद्यालय तिरवा में कार्यरत नीतू कुमारी फर्जी तरीके से नौकरी प्राप्त की है। इन्होंने 18.11.2022 को डीएम नवादा को आवेदन देकर जांच और कार्रवाई की मांग की थी। डीएम ने डीईओ को जांच का जिम्मा दिया है। शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सभी चरणों में हुआ था। जिसकी जांच निगरानी द्वारा पटना हाईकोर्ट के आदेश पर की जा रही है। लेकिन, अबतक सैकड़ों शिक्षकों का कागजात जांच के लिए निगरानी को नहीं मिल सका है। इस संबंध में संबंधित शिक्षिका नीतू कुमारी(नवादा में कार्यरत) से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।