पटना। देश के पहले गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में शराब से मौत पर विवादित बयान देते हुए कहा शराब पिएंगे तो मरेंगे ही ना। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। सीएम ने कहा कि महिलाओं के कहने पर ही शराबबंदी की है। इसमें सभी पार्टियों का समर्थन था। लेकिन भाजपा वाले राजनीति कर रहे है। भाजपा शासित प्रदेशो में भी शराब से मौते हो रही है, लेकिन वे आंकड़े छिपाते है।
जहरीली शराब से देशभर में लोग मरते हैं। जब यहां शराबबंदी नहीं थी तब भी बिहार में जहरीली शराब से मौत होती थी। सीएम ने कहा कि ज्यादातर लोगों ने शराबबंदी के पक्ष में मत दी है। इसके लिए हमने कितना अभियान चलाया है। मैंने साफ कहा है कि गरीब-गुरबा को मत पकडों, जो शराब का धंधा कर रहा है उसको पकड़ो। हर रोज प्रशासनिक कार्रवाई हो रही है। इसके बारे में पता करायेंगे। क्योंकि, इसमें बड़ा षंडयंत्र लग रहा है। शराबबंदी को लेकर कहीं से भी बयान जारी किया जा रहा है। दिल्ली से लोग बयान दे रहे हैं।
सीएम ने कहा कि शराबबंदी से बहुत लोगों का फायदा हुआ है। कितनी बड़ी संख्या में लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। गरीब-गुरबा वर्ग के लोग अब बच्चों को पढ़ा रहे हैं। सारण में हुई जहरीली शराब पर एक्शन होगा। सीएम ने कहा कि वर्ष 2015 में सभी पार्टी से सहमति के बाद 2016 में इसे लागू किया था।
भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर वॉकआउट कर दिया
शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बिहार विधानसभा में सारण में जहरीली शराब से मौतों को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच दोपहर 12:30 बजे और फिर दो बजे तक के लिए सदन का कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी। दो बजे के बाद भी भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर वॉकआउट कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोपहर बाद विधानसभा का सत्र शुरू होने पर भाजपा विधायक फिर वेल में आ गए और सीएम के इस्तीफे की मांग करने लगे। मंत्री श्रवण कुमार ने विपक्ष के नेता विजय सिन्हा के आचरण पर कार्यवाही की मांग की और कहा कि नेता प्रतिपक्ष को बेल में नहीं जाना चाहिए। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने तारांकित प्रश्न के जवाब देते रहे और हंगामा भी चलता रहा। इस बीच राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि जहरीली शराब कांड भाजपा ने करवाया है। हालांकि, राजद विधायक सुधाकर सिंह ने महा गठबंधन सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए इसे सत्ता संरक्षित नरसंहार कहा।