Nawada: बिहार में महागठबंधन सरकार में परस्पर विरोधाभाषी खबरो का दौर जारी है। एक तरफ सीएम नीतिश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे है, तो महागठबंधन में शामिल राजद के दो विधायक 24 घंटे से नवादा में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैइे है। वे जन वितरण प्रणाली सहित अन्य विभागो में घोर भ्रष्टाचार के खिलाफ रविवार को दूसरे दिन भी समाहरणालय के मुख्य गेट पर धरना दे रहे है। राजद के दो विधायको में नवादा की विभा देवी और रजौली विधायक प्रकाश वीर शामिल है।इनके साथ कार्यकर्ता भी धरना पर बैठे है।राजद के दोनों विधायक प्रशासन तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार जन वितरण लाभुकों को अनाज नहीं मिलने के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरना की घोषणा करते हुए कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है।
विधायक विभा देवी ने कहा कि जब वे अनुसूचित जाति जनजाति समस्या निवारण की बैठक में पहुंचे तो उन्होंने जन वितरण में भ्रष्टाचार को लेकर डीएम से सवाल किया। डीएम ने किसी खास डीलर का नाम पूछा।जिस पर राजद विधायक विफर गई ।उन्होंने कहा कि आम रूप से भ्रष्टाचार है । जब पूरी सिस्टम तंत्र ही फेल है तो किसका नाम बताना उचित होगा । विधायक का आरोप है कि इसकी हिस्सेदारी भी तमाम अधिकारी ले रहे हैं । राजा बलि के राजद विधायक प्रकाश वीर ने साफ तौर पर कहा कि जब तक जिला प्रशासन के अधिकारी जन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई के सही आश्वासन नहीं देंगे ।तब तक समाहरणालय गेट पर धरना जारी रहेगा । कल दिन से ही विधायक अपने समर्थकों का धरना पर बैठे हैं रात में खिचड़ी चोखा खाकर विधायकों कार्यकर्ताओं ने धरना को जारी रखा।
धरना पर बैठे पूर्व राजद जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव ने कहा कि अधिकारियों के घोर भ्रष्टाचार के विरुद्ध वे सरकार से भी मांग करते हैं कि इस पर जल्द कार्रवाई हो ।दूसरे दिन विधायक सहित अन्य नेताओं का धरना स्थल पर भाषण जारी है।राजद विधायक विभा देवी ने कहा कि प्रशासन तंत्र में भ्रष्टाचार के कारण जनप्रतिनिधियों का भी महत्व खत्म हो गया ।अगर वह भी कोई सवाल जनहित की उठाती हैं ,तो अधिकारी उनका कोई महत्व नहीं देता ।यही वजह है कि प्रशासन तंत्र में घोर भ्रष्टाचार है। सारे अधिकारी इस भ्रष्टाचार के हिस्सेदार बने हुए हैं ।यही कारण है कि नवादा के नागरिक त्रस्त हैं। अनिल प्रसाद सिंह ने कहा कि व्यापक आंदोलन चलाकर चक्का जाम कर देंगे। हम भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे ।सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि सत्ताधारी दल के विधायक को भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध धरना पर बैठना पड़ा ।इससे बड़ा हास्यास्पद कुछ हो ही नहीं सकता है ।
मामले में डीएम के द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमिटी बनाए जाने पर रजौली के राजद विधायक प्रकाशवीर ने कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि जनवितरण प्रणाली में घोर अनियमितता के खिलाफ हम लोग धरने पर बैठे हुए हैं। जनवितरण प्रणाली से गरीबों को मिलने वाली अनाज की कालाबाजारी की जा रही है। जिसमें जिला आपूर्ति पदाधिकारी की भी संलिप्ता है। लेकिन डीएम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को जांच कमिटी में शामिल किया है। जिससे आप समझ सकते हैं कि जांच कितनी पारदर्शी होगी। यह जांच कमिटी तो ”दूध की रखवाली बिल्ली के जिम्मे” वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है। जिससे साफ झलकता है कि डीएम की देखरेख में यह पूरा खेल चल रहा है।