patna news : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज नालंदा जिले के राजगीर में स्थित जयप्रकाश उद्यान में सम्राट जरासंध स्मारक का फीता काटकर अनावरण किया। महान सम्राट जरासंध की यह 21 फीट ऊंची प्रतीकात्मक प्रतिमा है। लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने सम्राट जरासंध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सम्राट जरासंध की जीवनी पर म्यूरल्स (भित्तिचित्र), जरासंध जानकारी केंद्र एवं परिसर के जल संरक्षण संरचना का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने जयप्रकाश उद्यान परिसर का जायजा लेने के क्रम में कहा कि पूरे परिसर को ठीक ढंग से मेंटेन रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर से हमारा पुराना रिश्ता है। हम बचपन से ही यहां आते हैं। बिहार की बागडोर संभालने के बाद वर्ष 2009 में हम राजगीर में 7 दिन रहे थे और यहां के सभी महत्वपूर्ण स्थलों को जाकर देखा था। उसके बाद राजगीर के सभी ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों का विकास कराया गया लेकिन सम्राट जरासंध के अखाड़े की स्थिति को ठीक नहीं कर पाये क्योंकि यह स्थल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन प्रतिबंधित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सम्राट जरासंध के अखाड़ा को विकसित करना चाहते थे लेकिन प्रतिबंधित क्षेत्र होने के कारण यह संभव नहीं हो सका इसलिए जरा देवी मंदिर एवं जेपी उद्यान के बगल में जरासंध स्मारक निर्माण कराने का निर्णय लिया गया और 27 नवम्बर, 2022 को इसकी घोषणा की गयी। वर्ष 2023 में सम्राट जरासंध स्मारक का निर्माण कार्य शुरू हुआ। हमने कई बार निर्माणाधीन स्थल का जायजा लिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां पर सम्राट जरासंध की 21 फीट ऊंची प्रतिमा लगायी गयी है और यहां पार्क भी बनकर तैयार है। आज सम्राट जरासंध के स्मारक एवं उनकी प्रतिमा (मूर्ति) का अनावरण किया गया है। बिहार में चन्द्रवंशी समाज के लोग सम्राट जरासंध को अपना पूर्वज मानते हैं। इसे देखते हुए वर्ष 2023 से सरकारी तौर पर जरासंध महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जरासंध महाभारत काल के बेहद ही शक्तिशाली योद्धा थे। वे मल युद्ध (कुश्ती) में माहिर थे। पुराने जमाने के जरासंध का अखाड़ा आज भी राजगीर में मौजूद है।कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ सुनील कुमार ने पुष्प गुच्छ तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बन्दना प्रेयसी ने प्रतीक चिह्न भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।