बक्सर। पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के साथ पहली सौगात बिहार के बक्सर को मिली है। पाकिस्तान की सीमा में गए बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के खिलाफतपुर निवासी छवि कुमार को वहां के गुरूदासपुर प्रशासन(पाकिस्तान) ने सोमवार को भारत-पाकिस्तान के अटारी बॉर्डर पर रिहा कर दिया है। एसपी नीरज कुमार ने राजपुर थाना के प्रभारी निर्मल कुमार एंड दो अन्य पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम की छवि कुमार के परिजनो के साथ अटारी बॉर्डर पर भेजा है।
रिहाई की सूचना पर पूरा गांव छवि कुमार के आने का इंतजार कर रहा है। जानकारी अनुसार खिलाफतपुर गांव निवासी छवि कुमार 12 वर्ष पूर्व अचानक घर से गायब हो गया था। बाद में परिजनो को पता चला कि वह राजस्थान के एक फैक्ट्री में काम कर रहा है। वहां जाने पर परिजनो को निराशा हाथ लगी। बताया जाता है कि इस दौरान छवि कुमार बिहार से पंजाब चला गया था। पंजाब में भटकते हुए वह सीमा पार पाकिस्तान पहुंच गया। सीमा पार करते ही पाकिस्तानी सेना ने उसे पकड़कर कराची जेल में बंद कर दिया था। दिसंबर माह में विदेश मंत्रालय को सूचना मिली भारत का एक युवक भटककर पाकिस्तान पहुंच गया है और वह कराची जेल में बंद है। चालू वर्ष 2022 के शुरूआत में पाकिस्तान एम्बेसी द्वारा छवि कुमार की तस्वीर भारत सरकार को मुहैया कराई गई और उसका पता बताया गया था। इस पर भारत सरकार ने इसकी जांच बक्सर पुलिस द्वारा कराई थी। पुष्टि होने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से युवक को रिहा करने की मांग की थी। जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने उसे भारत भेजने की मंजूरी दे दी।
छवि के लापता होने के बाद परिवार वालों ने काफी खोजबीन की। पुलिस में भी मामला दर्ज कराया, लेकिन कहीं से उसकी कोई सूचना नहीं मिली। परिजनों ने उसे मृत मानकर उसका श्राद्धकर्म कर दिया था। यहां तक की उसकी पत्नी ने भी मृत मानकर दूसरी शादी कर ली है। एसपी ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही हम छवि कुमार को उसके परिजनों को सुपुर्द करने में कामयाब होंगे।बेटे से मिलने के लिए बेताब छवि कुमार की मां निर्मला देवी ने कहा की हमारी दुआ बेटे के साथ थी। हमने छवि का क्रिया-कर्म तो किया पर दिल को यह लग रहा था कि हमारा बेटा जीवित है। जो आज सच साबित हुवा। छवि की रिहाई की सूचना पर पूरा खिलाफतपुर गांव छवि के गांव आगमन का इन्तजार कर रहा है।