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Chatra: सदर पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह का खुलासा करते हए यूपी में बेचे गए कुंदा के एक नाबालिक को 15 महीना बाद बरामद किया हैं। मामले में पुलिस ने नाबालिक को बेचने वाले दो लोगो को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों में शहर के दीभा मुहल्ला निवासी मिथिलेश कुमार वर्मा व कुंदा निवासी संजय कुमार भारती के नाम शामिल है।
जानकारी के अनुसार उक्त लोगो द्वारा नाबालिक को लगभग 15 माह पूर्व यूपी में बेच दिया था। जहां नाबालिक बंधुआ मजदूर के रूप में काम कर रहा था। इस दौरान बच्चा के साथ काफी शोषण किया गया। नाबालिक के परिजनो ने इसकी शिकायत बीस दिनों पूर्व सदर थाना में की थी।
इसके बाद पुलिस ने लगातार अभियान चलाकर बच्चा को बरामद किया। बरामद नाबालिक कुंदा थाना क्षेत्र के पचरुखिया का रहने वाला है।
जानकारी के मुताबिक नाबालिक से यूपी के एक जिले में एक साल तक गन्ना कटवाते रहे। प्रतिदिन 12-14 घंटे काम कराया जाता था। एक रुपए भी नहीं दिया गया। नाबालिक के पिता ने बताया कि उक्त लोग लड़का को बहला फुसलाकर ले गए थें। नाबालिक की बरामदगी व मानव तस्करो की गिरफ्तारी में एएसआई प्रवीण सिंह ने अहम भूमिका निभाई हैं। इस संबंध में प्रभारी थाना प्रभारी मनोज पाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आवेदन के आधार पर मामला दर्ज कर तस्कर को जेल भेजा जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस मामले को रफा-दफा करने को लेकर कुछ बिचौलिया लगे हुए हैं।
बाल व मानव तस्कर सक्रिय
जिले में इन दिनों बाल व मानव तस्कर सक्रिय है। ठेकेदारों द्वारा नाबालिक लड़को को बहला फुसलाकर व पैसा का लालच देकर दूसरे प्रदेश जैसे उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत अन्य जगहों पर भेज देते हैं। जहां नाबालिको का शोषण किया जाता हैं। भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता हैं। साथ ही चहारदीवारी के अंदर 12 से 14 घंटे काम लिया जाता हैं। बच्चो के परिजनों को चार से छह हज़ार महीने दिया जाता हैं। जबकि ठेकेदारों द्वारा काम के एवज में 15 से 20 हजार लेते हैं।
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