. स्कूलों में शिविर लगाकर बच्चियों को सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा जाएगा.
. किसान -मजदूर अब अपना काम करें , उनके बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सरकार उठा रही है
. आपकी आय बढ़े, आप आत्मनिर्भर और सशक्त हों, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
. सरकार की योजनाओं को जन -जन तक पहुंचाने का चल रहा महाअभियान
चतरा । हमारी सरकार सिर्फ योजनाएं नहीं बना रही हैं, बल्कि उसे जन-जन तक पहुंचा रही है। आप इन योजनाओं से जुड़कर खुद सशक्त, स्वावलंबी और खुशहाल बने तथा राज्य के विकास में सहभागी बनकर उसे गति दें। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन चतरा बुधवार को जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में आयोजित आप की योजना -आपकी सरकार -आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह आपकी सरकार है और आपके दुःख- दर्द, तकलीफ, परेशानी और का समस्याओं के समाधान के लिए 24 घंटे काम कर रही है।
आपको योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं, इसे देखने के लिए भ्रमण कर रहा हूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं कागज- कलम में दम तो नही तोड़ रही है। योजनाएं सही तरीके से धरातल पर पहुंच रही है या नहीं । इस देखने के लिए ही इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूं । पंचायतों में आयोजित हो रहे इन शिविरों की एक ओर मुख्यालय के स्तर पर पोर्टल के माध्यम से समीक्षा की जा रही है । वहीं,, वरीय अधिकारियों को भी विशेष रूप से शिविरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्कूली बच्चियों को समर्पित है किशोरी समृद्धि योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना को लांच किया गया । यह योजना स्कूली बच्चियों को समर्पित है। इस योजना से 9 लाख बच्चियों को जोड़ने का लक्ष्य है। अब स्कूलों में शिविर लगाकर बच्चियों को किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जाएगा। वही, छात्रवृत्ति की राशि में तीन गुना तक इजाफा किया गया है। इसके अलावे छात्रावासों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। यहां चौकीदार और रसोईया होंगे। यहां रहने वाले विद्यार्थियों के अनाज की भी व्यवस्था करने पर सरकार विचार कर रही है। निजी विद्यालय की तर्ज पर मॉडल स्कूल खोले रहे हैं। यहां बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलेगी । मुख्यमंत्री ने कहा की किसानों -मजदूरों को अब अपने बच्चे -बच्चियों के पढ़ाई -लिखाई की चिंता करने की जरुरत नहीं है। आप अपने काम करें। आपके बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सरकार ले रही है।
किसानों मजदूरों का नहीं होगा पलायन
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कम बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में सुखाड़ जैसी स्थिति है ।लेकिन, सरकार ने सुखाड़ से निपटने के सभी उपाय कर लिए हैं । ग्रामीणों के लिए कई रोजगार परक योजनाएं चलाई जा रही हैं। किसानो- मजदूरों का पलायन नहीं हो, इसे रोकने की दिशा में अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
किसान-पशुपालकों का एटीएम है पशुधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड जैसे ग्रामीण परिवेश वाले राज्य में ग्रामीणों के लिए पशुधन किसी भी मायने में एटीएम से कम नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना शुरु की है । इस योजना के तहत पशुपालकों को पशु के साथ पशु शेड के लिए भी राशि दी जा रही है , ताकि उनकी आय बढ़ाई जा सके। वहीं, तीस लाख हरा राशन कार्ड भी जारी किया जा रहा है । ऐसी कई योजनाएं हैं , जिसका मकसद राज्य वासियों का कल्याण है ।
रोजगार के साथ स्वरोजगार के खोल रहे हैं दरवाजे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अलग राज्य बनने के बाद पहली बार नियुक्ति और सेवा शर्त नियमावली बनाकर बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी देने का सिलसिला प्रारंभ कर दिया है । बहुत जल्द शिक्षक के 50 हज़ार शिक्षकों के पद पर नियुक्ति होने जा रही है ।विभागों में खाली पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है ।स्वरोजगार के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत युवाओं को 40 प्रतिशत अनुदान पर 25 लाख रुपए तक लोन दिया जा रहा , ताकि वे खुद भी व्यवसाय करें और दूसरों को भी रोजगार दे सके।
मुख्यमंत्री ने की घोषणाएं –
● चतरा जिला समाहरणालय का नया भवन बनाया जाएगा।
● चतरा जिले में भी स्थापित आईटीआई में अगले सत्र से पढ़ाई प्रारंभ हो जाएगी।
● वैसे इलाके जहां खनन कार्य के लिए जमीन का अधिग्रहण हो चुका है या हो रहा है अथवा होना है और जिसमे विस्थापितों को अबतक मुआवजा नही मिला है , उन सभी मामलों में भूमि अधिग्रहण नीति-2013 में सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य के आधार पर मुआवजा का भुगतान होगा।
.बड़कागांव विधानसभा इलाके के जिन पंचायतों को चतरा नगर पर्षद में शामिल किया गया है, उन्हें फिर से पंचायत में शामिल किया जाएगा।
योजनाओं का उद्घाटन -शिलान्यास, लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का हुआ वितरण
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 219 करोड़ 69 लाख 09 हज़ार 548 रुपए की लागत से 109 योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास किया । इसमें 32 करोड़ 72 लाख 45 हज़ार 362 रुपए की लागत से 42 योजनाओं का उद्घाटन और 186 करोड़ 96 लाख 64 हज़ार 186 रुपए की लागत से 67 योजनाओं की आधारशिला रखी गई । इसके अलावा इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के लगभग 1लाख 96 हज़ार लाभुकों के बीच 104 करोड़ 02 लाख 42 हज़ार 51 रुपए की परिसंपत्ति का वितरण किया गया। इसमें शिक्षा विभाग के द्वारा 176957 बच्चों के बीच स्कूली पोशाक का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भाेक्ता, विधायक बड़कागांव अंबा प्रसाद, बरही विधायक उमाशंकर अकेला सहित जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारी मौजूद थें।