चाईबासा: जिला पुलिस एवं सुरक्षा बलों ने गोइलकेरा-मनोहरपुर सीमा क्षेत्र की गम्हरिया पंचायत अंतर्गत अंबिया गांव के जंगल में रविवार को नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि, नक्सलियों को पुलिस के आने की भनक लग गयी। इस दौरान पहाड़ी पर बनाये गये नक्सलियों के आठ कैंप को ध्वस्त करते हुए 21 चूल्हों को नष्ट किया। साथ ही 28 टेंट, डेटोनेटर, सिरिंच और इलेक्ट्रिक वायर भी बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार वहां नक्सलियों के शीर्ष नेता एवं एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा की टीम मौजूद थी। इस दस्ते को पकड़ने के लिए पुलिस और सुरक्षाबल का सर्च ऑपरेशन जारी है।
जानकारी के अनुसार जिला बल के जवान, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की तीन बटालियन के सुरक्षाबलों ने जंगल में छिपे भाकपा माओवादी के नेता मिसिर बेसरा सहित उसके दस्ते को पकड़ने की योजना के तहत रविवार को कार्रवाई की गयी। बताया गया कि इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के इस टीम में अमित मुंडा, अजय महतो, अनमोल, मोछू, चमन, कांडे, सागेन अंगरिया और अश्विन सहित करीब 30- 35 नक्सली मौजूद थे। पुलिस और सुरक्षाबलों के आने की भनक लगते ही यह दस्ता वहां से निकल भागा।
पुलिस को अंबिया गांव के जंगल में मिसिर बेसरा के दस्ते द्वारा मोर्चा बनाये जाने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद वहां सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। सुरक्षाबलों ने पाया कि नक्सली दस्ते के लोगों ने पेड़ की सूखी डालियों व पत्तों के सहारे मोर्चा बना रखा था। वे पिछले कई दिनों से सुरक्षाबलों को घात पहुंचाने के लिए इस मोर्चा पर जमे थे। यहां भोजन आदि की व्यवस्था थी। अंदेशा है कि इस दस्ते में कुछ महिला नक्सली भी शामिल थीं।
नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाया जा रहा है अभियान : एसपी आशुतोष शेखर
इस संबंध में एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ जिला पुलिस और सुरक्षाबलों की ओर से 11 जनवरी से लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी सर्च ऑपरेशन के क्रम में जंगल क पहाडी पर नक्सली दस्ता की ओर से बनाये गये मोर्चा आदि बरामद किया गया है। बरामद मोर्चा व अन्य सामानों को मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया है।