Chaibasa: लोकसभा चुनाव के पूर्व पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। भाकपा माओवादी के 15 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले सभी एक करोड़ रुपये के इनामी मिसिर बेसरा दस्ते के नक्सली हैं। पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा में गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सभी नक्सलियों ने डीआईजी मनोज रतन चौथे, डीसी कुलदीप चौधरी और एसपी आशुतोष शेखर के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
सरेंडर करने वाले 15 नक्सलियों का आपराधिक इतिहास रहा है। इनके खिलाफ चाईबासा जिले के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सुरक्षा बलों के सामने हथियार डालने वाले 15 नक्सलियों में 7 की उम्र 30 साल से कम है। एक नाबालिग है और तीन की उम्र महज 19 साल है। एक नक्सली की उम्र 50 साल है। पुलिस एवं सुरक्षा बलों का कहना है कि भाकपा माओवादी संगठन के आंतरिक शोषण, भयादोहन एवं पुलिस की लगातार बढ़ती दबिश की वजह से कई नक्सली मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। नक्सलियों ने झारखंड पुलिस एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के समक्ष सामूहिक रूप से सरेंडर किया।
चाईबासा जिले में नक्सलियों के खिलाफ साल 2022 से लगातार अभियान चलाया जा रहा है। साल 2022 से अबतक कुल 161 नक्सलियों को गिरफ्तारी कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। साल 2022 और 2023 में कुल 11 नक्सलियों द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया। इनके पास से कुल 375 विस्फोटक, हथियार, कारतूस और अन्य दैनिक उपयोग के सामान बरामद किये गये। साथ ही नक्सलियों का स्थायी कैंप ईआरबी मुख्यालय, 08-10 अस्थायी कैंप और 15 बंकर ध्वस्त किये गये। चाईबासा में उग्रवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उग्रवाद प्रभावित थाना क्षेत्र में आम जन के मन में उपजे सुरक्षा भाव को बनाये रखने के लिए 16 नए सुरक्षा कैंप भी बनाया गए हैं।
पिछले दो साल से कोल्हान के जंगलों में चल रहा है नक्सलियों के खिलाफ अभियान
पिछले दो साल से कोल्हान के जंगलों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। बूढ़ा पहाड़, बुलबुल जंगल, खूंटी, चाईबासा और सरायकेला-खरसावां के ट्राई-जंक्शन क्षेत्र को नक्सलियों से मुक्त करने के बाद सुरक्षा बलों का फोकस पश्चिम सिंहभूम के सारंडा क्षेत्र में है। सभी बड़े नक्सली इसी क्षेत्र में सिमटे हुए बताए जा रहे हैं। कई महीनों से उनकी घेराबंदी जारी है। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की बदौलत नक्सलियों के प्रभाव वाले दर्जनों गांव उनसे मुक्त करा लिये गए हैं। इस अभियान में सुरक्षाबलों को भी नुकसान पहुंचा है।
गिरफ्तार नक्सलियों का पूरा विवरण
1- प्रधान कोड़ा उर्फ देवेन कोड़ा (45), ग्राम रेंगड़ा टोला गुटुसाई, थाना टोंटो, जिला पश्चिमी सिंहभूम के खिलाफ टोंटो थाना में 8 मुकदमे दर्ज हैं।
2- चंद्रोमोहन उर्फ चंद्रो अंगारिया उर्फ रोशन (29), ग्राम सासांगवाल, थाना-गोईलकेरा, जिला पश्चिमी सिंहभूम के खिलाफ गोईलकेरा थाने में 7 मुकदमे दर्ज हैं।
3- पगला गोप उर्फ घासीराम गोप (49), ग्राम- हुसीपी, थाना-टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के खिलाफ जिले के टोंटो एवं गोईलकेरा थाने में 5 मुकदमे दर्ज हैं।
4- विजय बोयपाई उर्फ अमन बोयपाई (23), ग्राम- बोयपाई सासांगसाल कुइड़ा, टोला- श्रजंगकोचा, थाना- गोईलकेरा, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो एवं गोईलकेरा थाने में 4 मुकदमे दर्ज हैं।
5- गंगा राम पुरती उर्फ मोटका पुरती (19), ती, ग्राम- तुम्बाहाका, टोला पुरती टोला, थाना- टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो थाने में 3 केस दर्ज हैं।
6- बोयो कोड़ा (46), ड़ा, ग्राम- रेंगड़ाहातु, थाना-टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो थाने में 2 मुकदमे दर्ज हैं।
7- जोगेन कोड़ा (44), ग्राम- रेंगड़ाहातु, थाना- टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के खिलाफ टोंटो थाने में 2 मुकदमे दर्ज हैं।
8- पेलोंग कोड़ा उर्फ नीशा कोड़ा (19), पति- सोनू चांपिया, ग्राम- रेंगड़ाहातु, थाना- टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो थाने में 2 केस दर्ज हैं।
9- सोनू चांपिया (19), ग्राम- बाहदा, थाना- छोटा नागरा, जिला- पश्चिमी सिंहभूम का रहने वाला सोनू चांपिया भाकपा माओवादी संगठन के लोकल गुरिल्ला स्क्वायड का सदस्य रहा है।
10- रामजा पुरती उर्फ डुगूद पुरती (49), ग्राम- तुंबाहाका, टोला- पुरती टोला, थाना- टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो थाने में 2 मुकदमे दर्ज हैं।
11- भाकपा माओवादी के एक नाबालिग सदस्य के विरुद्ध टोंटो थाना में यूएपीए, सीएलए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एक मुकदमा दर्ज है।
12- सोहन सिंह हेम्ब्रम उर्फ सीनू (24), ग्राम- तुम्बाहाका, टोला- बारूसाई टोला, थाना- टोंटो, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध टोंटो थाना में एक केस दर्ज है।
13- डोरन चांपिया उर्फ गोलमाय (23), ग्राम- बोयपाई सासांग, थाना- गोईलकेरा, जिला- पश्चिमी सिंहभूम वर्ष 2016-17 से भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमेटी सदस्य रहा है।
14- सुशील उर्फ मोगा चांपिया (50), ग्राम- तितलीघाट, थाना-छोटानागरा, जिला- पश्चिमी सिंहभूम के विरुद्ध नोवामुंडी थाने में एक केस दर्ज है।
15- मनी चांपिया (40), पति- सुशील उर्फ मोगा चांपिया, ग्राम- तितलीघाट, थाना- छोटानागरा, जिला- पश्चिमी सिंहभूम अपने पति के साथ भाकपा माओवादी के दस्ते की सक्रिय सदस्य थी।