पटना।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बार फिर से जातीय जनगणना कराने की अपील केंद्र सरकार से की है। उन्होंने कहा कि इससे पिछड़े तबके और गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
नीतीश ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जातीय जनगणना की मांग को लेकर बिहार विधानसभा से पहली बार वर्ष 2019 में और दूसरी बार वर्ष 2020 को प्रस्ताव पेश किया गया था। पार्लियामेंट में भी कई बार प्रस्ताव भेजा गया। पर इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को एक बार इस विषय पर विचार जरूर करना चाहिए, ताकि पता चल सके कि किस इलाके में किस जाति के लोग रहते हैं। जातीय जनगणना होने से गरीब एससी, एसटी और गरीब लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में सुविधा होगी।
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2010 के बाद जातीय आधार पर जनगणना की गई थी।वही वर्ष 2013 में उसे पब्लिश भी किया गया था,लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला था।
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