रांची। महिला दारोगा संध्या टोपनो की कुचलकर हत्या के मामले में कई सवाल उठ रहे है। मृतका के मामा निमेश तिर्की ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने थाना प्रभारी की कार्यशैली परभी सवाल उठाया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब थाना प्रभारी को पता था कि अपराधी को पकड़ना है तब सिर्फ दो कांस्टेबल के साथ एक महिला अधिकारी को रात में कैसे भेज दिया। तिर्की ने कहा कि उनकी भांजी को शहीद का दर्जा मिले, साथ ही मामले की सीबीआई जांच हो। मामले में वाहन चालक की गिरफ्तारी हुई है लेकिन मुख्य आरोपितों तक अभी तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
संध्या के मामा ने कहा कि तेज रफ्तार में आते वाहन को देख दोनों कांस्टेबल और ड्राइवर मौके से भाग खड़े हुए। मामा ने बताया कि फोन पर अक्सर बातचीत के दौरान काम के दबाव को लेकर चर्चा करती थी। वह बताती थी कि काम का बहुत बोझ रहता है। बहुत दबाव में रहती हूं। 2018 बैच की एसआई संध्या टोपनो रातू इलाके में मां के साथ रहती थी। मूलरूप से खूंटी की रहने वाली संध्या तीन भाई बहनों में दूसरे स्थान पर थी। संध्या के पिता की मौत हो चुकी है।
पशु तस्करो के खिलाफ पुलिस की घेराबंदी,हिरासत में लिए गए वाहन चालक से मिली तस्करो के ठिकानो की जानकारी
इधर महिला दारोगा की कुचलकर हत्या करने की घटना के बाद पुलिस ने पशु तस्करो के खिलाफ घेराबंदी शुरू कर दी है। रांची के सिकदरो थाना क्षेत्र व खुंटी जिला के तपभरा में दबिश बढ़ा दी गई है। इस सिलसिले में महिला एसआई को कुचलने वाला वाहन चालक को भी हिरासत में लिया गया। जबकि पशु तस्कर फिलहाल फरार है।
पुलिस हिरासत में लिये गये ड्राइवर से पूछताछ कर रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि फरार दो तस्कर में एक सिकदरी का रहने वाला है और दूसरा खूंटी जिले के तपकारा थाना क्षेत्र का रहने वाला है जो फिलहाल रांची में ही रहता है। दोनों आऱोपित लंबे समय से पशु तस्करी के धंधे से जुड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि तुपुदाना थाना क्षेत्र के हुलहुंडू के पास अहले सुबह तीन बजे वाहन चेकिंग के दौरान एक पिकअप वैन एसआई संध्या टोपनो को रौंदते हुए भाग गया। घटना के बाद पुलिस ने पिकअप वैन का पीछा किया। थोड़ी दूर जाकर पिकअप वैन पलट गई। पुलिस ने ड्राइवर को पकड़ लिया।