कोडरमा।
केमिकल फैक्ट्री के संचालन की आड़ में पिछले कई सालों से चल रहा है नकली डीजल तैयार करने का खेल। बिहार के रजौली पुलिस द्वारा बुधवार की देर रात थाना क्षेत्र के गोपालपुर से बरामद किए गए नकली डीजल भरे टैंकर की छानबीन में इसकी आपूर्ति कोडरमा के झुमरी तिलैया से किए जाने की पुष्टि हुई है। टैंकर के उप चालक राहुल कुमार के बयान पर इस मामले में कोडरमा केमिकल के संचालक खीरु साव और उसके पुत्र दीपक साव सहित 5 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। वैशाली निवासी खलासी राहुल कुमार ने पुलिस को बताया कि वह काफी दिनों से टैंकर के माध्यम से तिलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत गझंडी रोड में स्थित उक्त केमिकल फैक्ट्री से मिलावटी डीजल लाकर मुजफ्फरपुर, रजौली और बिहार के अन्य जिलों में बेचा करता था। इसके पहले भी वह नकली डीजल आपूर्ति कर चुका है।
जिले के तिलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत गझंडी रोड में कोडरमा केमिकल्स फैक्ट्री में पिछले कई सालों से मिलावटी डीजल तैयार करने का खेल बड़े ही सुनियोजित तरीके से किया जाता रहा है। यहां से तैयार किए गए नकली डीजल की आपूर्ति झारखंड के कई जिलों के अलावा बिहार के भी कई जिलों में की जाती रही है। गौरतलब रहे कि जिले में उक्त फैक्ट्री के संचालन को लेकर संचालक द्वारा केमिकल ऑयल तैयार करने के नाम पर जिला प्रशासन सहित राज्य स्तर के कई विभागों से लाइसेंस ले रखी है।
हाल ही में हुए एक हादसे के बाद एक बार फिरउक्त फैक्ट्री सुर्खियों में है । गत मंगलवार को फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर हो रहे टैंकर निर्माण कार्य के दौरान गैस सिलेंडर फटने से टैंकर निर्माण में लगे 4 मजदूर बुरी तरह आग से झुलस गए थे। इस मामले को लेकर पुलिस के कई आला अधिकारी ने उस फैक्ट्री का मुआयना किया था मगर किसी भी पदाधिकारी की नजर वहां अरसे से चल रहे मिलावटी डीजल निर्माण के खेल पर नहीं पड़ा। बताते चलें कि पूर्व में उक्त फैक्ट्री का संचालन कोडरमा थाना अंतर्गत चंचाई में भी कई सालों तक किया जाता था।