झारखंड विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार, 11 नवंबर की शाम 5 बजे थम जाएगा। 13 नवंबर को 43 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान के मद्देनजर, चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि शाम 5 बजे के बाद कोई भी सभा, रैली, या लाउडस्पीकर से प्रचार नहीं किया जा सकेगा। उम्मीदवारों को केवल घर-घर जाकर जनसंपर्क की अनुमति होगी। वहीं, 20 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव के लिए 38 सीटों पर प्रचार अभियान जारी रहेगा।
चुनाव आयोग ने बाहरी नेताओं को क्षेत्र छोड़ने का निर्देश जारी किया
चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान वाले विधानसभा क्षेत्रों से बाहरी राजनीतिक व्यक्तियों को सोमवार शाम तक क्षेत्र छोड़ने का आदेश दिया है। आयोग के निर्देशानुसार, जो नेता उन क्षेत्रों के मतदाता नहीं हैं, उन्हें संबंधित विधानसभा क्षेत्र छोड़ना होगा। इसका उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
हेलीकॉप्टर से भेजे जाएंगे चुनावकर्मी, दुर्गम क्षेत्रों में मतदान व्यवस्था तैयार
राज्य निर्वाचन आयुक्त के. रविकुमार ने बताया कि राज्य के दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों में मतदान सुचारू रूप से करवाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। 225 बूथों पर चुनावकर्मियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा जाएगा, जो पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, और गढ़वा जिलों में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा, जबकि अन्य क्षेत्रों में शाम 5 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे। चुनाव के दिन प्रत्याशियों को मतदान केंद्रों के पास 200 मीटर की दूरी पर कैंप लगाने की अनुमति होगी, लेकिन इसके लिए सक्षम पदाधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
राजनीतिक दलों का आखिरी जोर, दिग्गज नेताओं ने की चुनावी रैलियां
पहले चरण के मतदान के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हेमंत सोरेन और मल्लिकार्जुन खरगे जैसे प्रमुख नेताओं ने झारखंड में रैलियां कीं और मतदाताओं से वोट की अपील की