Nawada News: नवादा-जमुई राज्य पथ पर पकरीबरावां थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़की मड़हल गांव के समीप सोमवार को सड़क दुर्घटना में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई। घटना के बाद बस युवक को रौंदते हुए थोड़ी दूर जाकर बिजली के पोल में टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस पर सवार कई यात्रियों को भी चोटें आई है। युवक की पहचान छोटकी मड़हल गांव के हरेराम चौहान के 25 वर्षीय पुत्र प्रह्लाद चौहान के रूप में की गई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि युवक अपने घर से बाइक पर सवार होकर खपुरा मोड़ स्थित अपनी दुकान जा रहा था। इसी दौरान पकरीबरावां से नवादा की ओर जा रहे पांडव बस की चपेट में आ गया।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पांडव बस काफी तेज रफ्तार में थी। आगे जा रहे एक दूसरे बस को ओवरटेक करने की चक्कर में बस चालक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। इसके बाद बस चालक बस को भगाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर बिजली के पोल से टकरा कर वहीं पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
दुर्घटना की सूचना मिलते ही युवक के स्वजन एवं गांव वाले घटनास्थल की ओर दौड़े। देखते ही देखते वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। इस बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने नवादा-जमुई स्टेट हाइवे को घटनास्थल पर ही जाम कर दिया। इससे स्टेट हाइवे पर आवागमन बाधित हो गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। हालांकि ग्रामीणों द्वारा परीक्षार्थियों के वाहन एवं एंबुलेंस को नहीं रोका गया। दुर्घटना एवं जाम की सूचना पाकर मौके पर पकरीबरावां की पुलिस पहुंची। थानाध्यक्ष रणजीत कुमार दलबल के साथ पहुंच ग्रामीणों को समझा- बुझाकर जाम हटवाने का प्रयास किए, लेकिन ग्रामीण डीएम-एसपी को बुलाने पर अड़े रहे। ग्रामीणों का कहना था कि बस से हमेशा हादसा होता रहता है। बस चालकों के लाइसेंस की जांच की जाए। थानाध्यक्ष ने जांच का भरोसा दिलाया। पारिवारिक लाभ योजना अंतर्गत बीस हजार रुपए एवं कबीर अंत्येष्टि के तहत मुखिया संदीप राजवंशी के द्वारा तीन हजार रुपए दिया गया। करीब तीन घंटे बाद जाम हटा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया है।
सड़क दुर्घटना में युवक प्रह्लाद चौहान की मौत के बाद स्वजन का रो- रोकर बुरा हाल है। स्वजन दहाड़े मार रो रहे हैं। युवक की मां उर्मिला देवी जवान बेटे के शव से लिपट रो-रोकर बेहोश हो रही थी। पिता हरेराम चौहान एवं अन्य स्वजन की चीत्कार से हर किसी की आंखें नम थी। युवक काफी होनहार था। वह खपुरा मोड़ पर दुकान किए हुए था, जिससे उसके परिवार की जीविका चल रही थी। एक वर्ष पूर्व उसके बड़े भाई की भी मौत सड़क दुर्घटना में हो गई थी, जिसके बाद परिवार की बोझ उसके कंधों पर थी। कमाऊ बेटा के चले जाने से स्वजन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में उसका रिश्ता तय हुआ था, परंतु होनी को कुछ और ही मंजूर था।