कोलकाता।
भाजपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राॅय शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए। उन्होंने तृणमूल दफ्तर पहुंचकर पार्टी की सदस्यता हासिल की। इससे भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल 2017 के बाद तृणमूल के दिग्गजो को भाजपा में लाने में मुकुल रॉय की बड़ी भूमिका रही थी। बताया जाता है कि पिछले दिनो तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने मुकुल रॉय की बीमारी पत्नी का हालचाल लिया था। इसके बाद तृणमूल ने मुकुल रॉय की तरफ दोस्ती का हांथ बढ़ाया था। इसके तुरंत बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी फोनकर उनकी पत्नी का हाल चाल जाना था। मुकुल रॉय की मंशा को जानते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश करते रहे। पर मुकुल रॉय ने किसी का भी फोन नहीं उठाया।
मुकुल रॉय के करीबी सूत्रो का कहना है कि भाजपा में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। मुकुल रॉय ने 2018 के पंचायत चुनाव, 2019 के लोकसभा चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए जीतोड़ कोशिश की थी। पर भाजपा ने उन्हें अहमियत नहीं दी। पश्चिम बंगाल में प्रतिपक्ष के नेता के चुनाव में भी मुकुल रॉय को नजरअंदाज किया गया। माना जा रहा है कि भाजपा की उपेक्षा को मुकुल रॉय बर्दाश्त नहीं कर सके और पुन: टीएमसी में शामिल हो गए।