Bihar Land Survey: बिहार राज्य में चल रहे भूमि सर्वेक्षण में रैयतों से स्वघोषणा लेने का अभियान जारी है, जिसमें अब तक रोहतास जिला सबसे आगे है। राज्य के 38 जिलों में रोहतास ने तीन लाख 93 हजार 783 स्वघोषणा प्रपत्र-2 जमा किए हैं, जबकि गया जिला दो लाख 95 हजार 970 स्वघोषणाओं के साथ दूसरे स्थान पर है। भोजपुर जिला केवल 33 हजार 355 स्वघोषणाओं के साथ सबसे नीचे है, जो इसे 38वें स्थान पर रखता है। वहीं, पूर्वी चंपारण जिले में 34 हजार 594 स्वघोषणाएं प्राप्त हुई हैं, जिससे यह दूसरा सबसे निचले स्थान पर है।

भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी ने एक ऑनलाइन साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से कुल 37 लाख 98 हजार 514 स्वघोषणाएं प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से दो लाख 49 हजार 847 आवेदन शिविरों के माध्यम से ऑफलाइन प्राप्त हुए, जिन्हें ऑनलाइन किया जाना है। अब तक 15 लाख 55 हजार 293 रैयतों ने अपने दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड किए हैं, जबकि 19 लाख 93 हजार 374 स्वघोषणाएं सर्वे शिविरों के माध्यम से ऑफलाइन प्राप्त हुई हैं, जिन्हें बाद में सर्वे कर्मियों द्वारा ऑनलाइन अपलोड किया गया है।
बैठक में पहले चरण के 20 जिलों के कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें खानापुरी, प्रारूप प्रकाशन और लगान निर्धारण के लिए बचे मौजों का विश्लेषण किया गया। सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को लंबित कार्यों को शीघ्र निष्पादित करने के निर्देश दिए गए।
समीक्षा बैठक में सभी 38 जिलों के 534 अंचलों में ग्राम सभाओं की स्थिति की भी समीक्षा की गई। इसमें 42,445 मौजों में से 42,287 मौजों में ग्राम सभा पूरी हो चुकी है। निदेशालय की वेबसाइट पर 39,822 मौजों को अपलोड कर दिया गया है, जबकि बाकी मौजों को जल्द अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, खतियान लेखन के कार्य की भी जिलावार समीक्षा की गई, जिसमें 9,889 गांवों का खतियान लेखन पूरा हो चुका है, जबकि 24,739 मौजों में यह कार्य अभी जारी है।
बैठक के दौरान निदेशक ने सर्वे कर्मियों के वेतन का भुगतान दुर्गा पूजा की छुट्टियों से पहले करने का निर्देश दिया। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि मंगलवार तक सभी कर्मियों को वेतन मिल जाए। बंदोबस्त पदाधिकारियों ने बताया कि नवनियुक्त कर्मियों के बैंक खाते खुल चुके हैं और जल्द ही वेतन का भुगतान हो जाएगा