झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले पलामू जिले में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर अहम सफलता हासिल की है। इस अभियान में पुलिस को भाकपा माओवादी संगठन के कब्जे से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। बरामद किए गए हथियारों में एके-47, एसएलआर, इंसास राइफलें, और भारी मात्रा में कारतूस शामिल हैं। यह कार्रवाई नक्सलियों की चुनाव पूर्व गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने की दिशा में पुलिस की एक अहम जीत मानी जा रही है।
यह अभियान पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में चलाया गया था, जहां पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्यों ने चेड़ीस्थान जाने वाली सड़क के पास झरना पहाड़ के पीछे पहाड़ी इलाके में हथियार जमा कर रखे हैं। इस सूचना के आधार पर, पिपरा थाना प्रभारी बिमल कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
सर्च ऑपरेशन की सफलता:
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को 1,000 राउंड गोलियां, एक थ्री नॉट थ्री रायफल, और अन्य हथियार बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने इन हथियारों को पुराने बर्तनों में छिपाकर रखा था ताकि कोई उन पर शक न करे। हथियारों के साथ बड़ी मात्रा में गोलियों की बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे, जिसे पुलिस ने समय रहते नाकाम कर दिया।
नक्सली इलाके में पुलिस का मजबूत कदम:
जिस इलाके से हथियार बरामद हुए हैं, वह झारखंड और बिहार की सीमा के करीब स्थित है और इसे नक्सली गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है। इस क्षेत्र में भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी सदस्य नितेश यादव का खासा प्रभाव है। नितेश यादव पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित है और वह इस इलाके में लंबे समय से नक्सली गतिविधियों का नेतृत्व कर रहा है।
विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पुलिस की तैयारी:
झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई इस कार्रवाई को पुलिस और प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। नक्सलियों के ठिकानों पर इस प्रकार की कार्रवाई से पुलिस ने चुनाव के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान नक्सलियों की चुनाव पूर्व साजिशों को नाकाम करने की दिशा में प्रभावी साबित होगा।
पुलिस ने इलाके में लगातार निगरानी और गश्त बढ़ा दी है, ताकि नक्सलियों की कोई भी नई गतिविधि को रोका जा सके। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव के दौरान नक्सलियों की गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जाएगी और किसी भी प्रकार की हिंसा या अस्थिरता को फैलाने की कोशिशों को नाकाम किया जाएगा।
इस अभियान के बाद, पलामू पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अपनी रणनीति और अभियान को और तेज करने की योजना बनाई है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नियमित रूप से ऑपरेशन चलाते रहेंगे ताकि आम जनता चुनाव के दौरान निडर होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। इस प्रकार की लगातार सफलताओं से न केवल पुलिस का मनोबल ऊंचा हुआ है, बल्कि इससे नक्सलियों के खिलाफ एक सख्त संदेश भी गया है