Bhagalpur: जिले के ततारपुर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दवा व्यवसाई बलराम केडिया के बेटे रौनक केडिया (26) की गोली मारकर हत्या दी। घटना बीते देर रात की बताई जा रही है। रौनट के सिर और सीने में गोली मारी गई है। मृतक के पिता बलराम केडिया ने बताया कि रात में वो घर लौट रहे थे, तभी देखा कि रास्ते में एक युवक गिरा पड़ा है। साथ चल रहे स्टाफ को उन्होंने कहा कि देखो किस के घर का बच्चा है। गली में अंधेरा था। उन्होंने मोबाईल टॉर्च की रोशनी से देखा तो सदमे में आ गए। वो उनका ही बेटा रौनक था। पिता ने बताया कि रौनक उनके साथ व्यापार संभालता था। दुकान से वो घर के लिए पहले निकला था। तीन घंटे बाद पिता दुकान बंद कर अपने दोस्त की दुकान पर चले गए। वहां से लौटने के दौरान घर के पास ही लाश मिली।
उल्लेखनीय हो कि रौनक को घर से महज 50 मीटर की दूरी पर गोली मारी गई है। उसे को 3 गोलियां लगी हैं। उधर घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने 6 खोखे बरामद किए हैं। एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। तातारपुर थाना अध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि मौके पर एफ एस एल की टीम जांच में जुटी है। हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
आशंका जताई जा रही है कि पैसों के लिए हत्या की गई है। रौनक रोज की तरह दवा की दुकान से घर लौटने से पहले शनिदेव मंदीर जाता था। प्रणाम करने शनिदेव की मंदिर वाली गली में जैसे ही वो पहुंचा वहां पहले से घात लगाए अपराधियों ने ताबड़तोड़ कई गोलियां चलाई। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय हो कि बललराम केडिया भागलपुर के जाने माने दवा कारोबारी हैं। उनके बेटे की हत्या के बाद इलाके में दहशत है। वहीं जांच करने डीएसपी, सिटी अजय कुमार चौधरी घटना स्थल पहुंचे। मौके पर एसएसपी आनंद कुमार भी पहुंचे। एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। सीनियर अधिकारियों ने घटनास्थल की जांच भी की है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दवा व्यवसाई हत्या को लेकर शहर के सभी दवाई दुकान रहे बंद
दवा कारोबारी बलराम केडिया के बेटे रौनक केडिया की हत्या के विरोध में गुरुवार को भागलपुर शहर के सभी दवाई दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद रखा।इसको लेकर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट संगठन के सचिव ने कहा कि जब तक हम लोगों को सुरक्षा प्रदान नहीं किया जाएगा और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक हम लोग अपने-अपने दुकानों को बंद रखेंगे। हम लोग जिले के पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि हम लोग को सुरक्षा प्रदान किया जाए और जिस अपराधी ने इस हत्या को अंजाम दिया है, उसे पुलिस जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजे। दवा व्यापारी अमित कुमार ने कहा कि हम लोग का इतने बड़े कारोबार होने के बाद भी हम लोगों के दवाई पट्टी में पुलिस गश्ती नहीं होती है। शाम होते ही अपराधियों और नशेड़ियों का अड्डा हमारे दवाई पट्टी में जमने लगता है। आज यदि पुलिस की पेट्रोलिंग होती तो शायद यह हत्या नहीं होती।