Begusarai: बेगूसराय में हत्या और गोलीबारी का सिलसिला लगातार जारी है। पुलिस एक मामले का उद्भेदन कर भी नहीं पाती है कि अपराधी दूसरी घटना को अंजाम देकर सनसनी फैला दे रहे हैं। रविवार की सुबह भी बेखौफ अपराधियों मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकले एक सेवानिवृत्त शिक्षक 70 वर्षीय जवाहर चौधरी की गोली मार कर हत्या कर दी। घटना बछवाड़ा थाना क्षेत्र के फतेहा पंचायत स्थित फतेहा रेलवे हॉल्ट के समीप की है।
ग्रामीणों ने बताया कि जवाहर चौधरी प्रतिदिन सुबह में टहलने के लिए गांव से फतेहा रेलवे हॉल्ट की तरफ निकलते थे। आज भी वह टहलने के लिए घर से निकाल कर जा रहे थे। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल पर तीन नकाबपोश अपराधियों ने गोली मार दी, जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया तथा दहशत की स्थिति बनी हुई है। सूचना मिलते ही तेघड़ा डीएसपी डॉ. रविन्द्र मोहन प्रसाद एवं बछवाड़ा थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। पुलिस टीम मामले की छानबीन और अपराधियों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है। लेकिन हत्या को लेकर गांव में काफी आक्रोश है।
ग्रामीणों ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर अपराधियों ने जवाहर चौधरी के छोटे पुत्र नीरज चौधरी की नौ फरवरी 2021 की रात गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस परिवार का जमीन को लेकर गांव के पूर्व सरपंच से विवाद चल रहा था। इसी में नीरज की हत्या हुई थी। जवाहर चौधरी उस मामले में चश्मदीद गवाह थे और न्यायालय में गवाही होनी थी। इसी गवाही को रोकने के लिए अपराधियों ने जवाहर चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना के संबंध में एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि अज्ञात अपराधियों ने 70 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक जवाहर चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही बछवाड़ा थानाध्यक्ष तुरंत मौके पर पहुंचे। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। मृतक का पुत्र बाहर रहता है, वह आ रहा है, पूछताछ कर घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा। तेघड़ा डीएसपी के नेतृत्व में टीम पूरे मामले की हर एंगल पर जांच कर रही है।
जमीन विवाद नहीं, संपत्ति बंटवारे के विवाद में हुई है जवाहर चौधरी की हत्या : एसपी
सेवानिवृत्त शिक्षक जवाहर चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। अब तक के जांच के अनुसार जमीन विवाद नहीं, घरेलू संपत्ति बंटवारे के विवाद में जवाहर चौधरी की हत्या हुई है। रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि जवाहर चौधरी के तीन पुत्र हैं और परिवार में बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। संपत्ति बंटवारा के विवाद में ही फरवरी 2021 में जवाहर चौधरी के छोटे पुत्र नीरज चौधरी की हत्या हो गई थी। इस हत्या में जवाहर चौधरी का मंझला पुत्र विमल चौधरी एवं उसका दोस्त गोपाल चौधरी जेल गया था।
जवाहर चौधरी का बड़ा पुत्र भी एक अन्य मामले में अभी जेल में है। नीरज चौधरी हत्याकांड में विमल चौधरी जमानत पर बाहर आ गया, लेकिन गोपाल चौधरी अभी जेल में ही है। जेल से ही गोपाल अपना बेल करवाने और हत्या का केस परिवार में बैठकर सुलझाने के लिए विमल को कह रहा था।
नीरज के हत्याकांड में जवाहर चौधरी चश्मदीद गवाह और वादी थे। उनका मंझला पुत्र बराबर कह रहा था कि परिवार का मामला है, इस विवाद को सुलझा लीजिए। लेकिन जवाहर चौधरी कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे। अगले कुछ दिनों में इस मामले में न्यायालय में गवाही होनी थी। संभावना है कि इसी को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
एसपी ने बताया कि पुलिस उपरोक्त मामले सहित सभी पहलुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है। तेघड़ा डीएसपी डॉ. रविन्द्र मोहन प्रसाद के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई है। टीम लगातार कार्रवाई और अनुसंधान कर रही है। मृतक के घर से घटनास्थल के आसपास तक लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाल जा रहा है। जल्द ही मामले का उद्भेदन और घटना में शामिल हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।