Begusarai: केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अग्निवीर को वीर बनाकर देश के सामने प्रस्तुत कर चुके हैं। प्रशिक्षु अग्निवीर इस योजना के फायदे के संबंध में बहुत कुछ कह चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार सरकार के मंत्री देश के इस रक्षकों को गाली देते हैं।
शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के इन रक्षकों को जो गाली देता है, वह गाली उस व्यक्ति और देश को पड़ता है। अग्निवीर एक ऐसी योजना है, जिससे बढ़िया कोई योजना हो ही नहीं सकती है। एक व्यक्ति के बदले चार व्यक्ति को इस में लिया जाता है। चारों को प्रशिक्षण कर एक को सेना में लेकर, तीन को रेडी टू जॉब रखने की बात है। रेडी टू जॉब को गाली देना, आर्मी में जाने वालों को गाली देना है, जिन को गाली देना वह गाली देते रहें।
जगदानंद सिंह द्वारा भाजपा और आरएसएस को अंग्रेजों की तरह भगाने की बात पर गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में उनकी सत्ता है। पहले बिहार से पीएफआई को भगा दें, जो उनके नाक के तले है। पीएफआई देश के अंदर मुस्लिम राष्ट्र बनाने आईएसआई को बढ़ावा देना चाहता है, उसको हटा दें। लेकिन इस राष्ट्र विरोधी तत्व पर उनकी जुबान नहीं खुलती है। वोट के लालच में बिहार के अंदर ऐसे तत्वों को बढ़ावा दिया जा रहा है जो पूर्वांचल ही नहीं, राजधानी पटना में छाती ठोक कर इस्लामिक स्टेट बनाने की बात करता है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि पूरे बिहार में लॉ एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज नहीं है। बेगूसराय बिहार का औद्योगिक केंद्र है, लेकिन सिर्फ फरवरी में मुख्यमंत्री के आने के दिन को छोड़कर रोज आपराधिक घटनाएं हो रही है। मुख्यमंत्री के आने और जाने से पहले दिन में हत्या पर प्रश्न चिन्ह है, यह संयोग है या विधिवत प्रयोग। फरवरी में अब तक नौ लोगों की हत्या हो चुकी है। बिहार के इकोनामिक ग्रोथ सेंटर बेगूसराय में अमन चैन हो। यहां दुकानदारों ने अपराध से परेशान होकर अपने दुकान की चाबी डीएम को सौंपा, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा है।
बिहार में 1990 के दशक से भी बदतर हालत हो गई है, लोग घर से निकलने में डर रहे हैं। परना में बीते दिनों मुखिया वीरेन्द्र शर्मा की हत्या कर दी गई। वहां के अल्पसंख्यक समाज के लोग नहीं चाहते हैं कि कोई हिंदू मुखिया बने। जिस दिन से वीरेन्द्र शर्मा चुनाव जीते थे, उसी दिन से कहा जा रहा था कि कार्यकाल पूरा नहीं होने देंगे। उनकी हत्या हो गई, लेकिन सरकार और प्रशासन हत्यारे को बचाने की कोशिश कर रही है। नागदह में अपराधियों ने रामकुमार महतो की हत्या कर दी, दहशत का माहौल है। बेगूसराय वासी को दहशत के माहौल से छुटकारा नहीं मिल रहा है।
बेगूसराय ही नहीं, पूरे बिहार की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। यहां उद्योग तभी खुलेगा, जब अमन-चैन का माहौल होगा। लेकिन अपराधियों के डर से उद्योग धंधे क्या लगेंगे, यहां तो खुद स्थानीय लोग डर से घर में दुबके हुए हैं। बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए हमने मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी पत्र लिखा था। समाधान यात्रा की समीक्षा में विधायक कुंदन कुमार ने इस मामले को उठाया है। लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर चर्चा तक नहीं की। अब एक बार फिर राजपाल के समक्ष इस मामले को उठाया जाएगा कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के गृह जिला में उनके नाम पर विश्वविद्यालय बने।