केन्द्रीय चयन परिषद द्वारा जारी 136 प्रवेश पत्र, इंडियन फिजिकल एकेडमी शेखाटोला का भरा हुआ 73 फार्म एवं तीन खाली फार्म बरामद
33 वॉकी-टॉकी, 16 ब्लूटूथ डिवाइस, छह मोबाईल, 136 एडमिट कार्ड एवं करीब दो लाख रुपये
Begusarai: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती के लिए एक अक्टूबर को होनी वाली परीक्षा के दो दिन पहले पुलिस ने फर्जीवाड़ा और सेटिंग करने की योजना को विफल कर दिया है। गिरोह के पांच सदस्यों को 33 वॉकी-टॉकी, 16 ब्लूटूथ डिवाइस, छह मोबाईल, 136 एडमिट कार्ड एवं करीब दो लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया है।
गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि एक अक्टूबर को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल और फर्जीवाड़ा करने को लेकर सुनिल कुमार एवं विवेक सिंह अपने सहयोगी साथी के साथ मिलकर छौड़ाही सहायक थाना क्षेत्र के डीही में घर पर मीटिंग कर रहा है। यह दोनों नए युवकों को कोचिंग देने के बहाने फर्जी इंडियन फिजिकल एकेडमी शेखाटोला (छौड़ाही) में एकेडमी चलाता है।
सूचना मिलते ही मेरे निर्देशानुसार मंझौल डीएसपी श्याम किशोर रंजन के नेतृत्व में छौड़ाही सहायक थानाध्यक्ष पवन कुमार, सशस्त्र बल एवं जिला आसूचना इकाई की टीम के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी कर दिया। छापेमारी के दौरान घर से संदिग्ध स्थिति में भागने का प्रयास करते हुए चार व्यक्ति को पकड़ा गया।
पकड़े गए लोगों में छौड़ाही सहायक थाना क्षेत्र का डीही निवासी सुनील कुमार, रामबाबू कुमार, पनसल्ला निवासी गुलशन कुमार, शेखाटोला निवासी अभय कुमार एवं बिट्टू कुमार है। पकड़ाये व्यक्ति एवं उक्त घर की तलाशी लेने पर एक लाख 85 हजार रूपये, 33 वॉकी टाकी सेट, 33 पीस वॉकी टाकी का डिवाईस, 16 इयरपीस ब्लूटूथ, एक पेनड्राइव, छह मोबाइल, मूल प्रमाण पत्र, केन्द्रीय चयन परिषद द्वारा जारी 136 प्रवेश पत्र, इंडियन फिजिकल एकेडमी शेखाटोला का भरा हुआ 73 फार्म एवं तीन खाली फार्म बरामद किया गया।
पकड़ाए गये सभी अभियुक्तों से पूछताछ में आगामी होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा और सेटिंग करने की बात को स्वीकार किया है। सुनिल कुमार ने बताया है कि गुलशन कुमार, बिट्टू कुमार, रामबाबू कुमार एवं अभय कुमार सिपाही भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा में नकल के लिए इलेक्ट्रोनिक उपकरण लेने आये हुए थे। एक अन्य सहयोगी साथी विवेक कुमार भी अपने घर पर सिपाही भर्ती परीक्षा कराये जाने संबंधित सामान को रखे हुए है।
एसपी ने बताया कि पकड़ाए अभियुक्तों के निशानदेही पर एकंबा निवासी विवेक कुमार के घर पर छापेमारी की गई तो वह फरार पाया गया। इसके घर से तलाशी में कई इलेट्रॉनिक उपकरण एवं परीक्षा फार्म से संबंधित दस्तावेज एवं डायरी प्राप्त किया गया। परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह में सम्मिलित अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
एसपी ने बताया कि पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड समस्तीपुर निवासी प्रमोद कुमार है, जो पटना में रहकर लंबे समय से धंधा करता है। उसी ने स्थानीय सरगना डीही निवासी सुनील कुमार को सभी डिवाइस उपलब्ध कराया था। यह लोग छात्रों से दो से पांच लाख तक रुपये लेकर सेटिंग करते थे। परीक्षा केंद्र से करीब एक सौ मीटर की दूरी पर एक कमरे में अड्डा बनाकर वॉकी-टॉकी पर जवाब लिखवाया जाता था। प्रश्न पत्र आउट करने एवं उसका उत्तर तैयार कराने की जिम्मेदारी भी प्रमोद की ही थी।
वॉकी टॉकी और ब्लूटूथ देने से पहले यह लोग संबंधित परीक्षार्थी को ट्रेनिंग भी दे देते थे। बरामद 136 एडमिट कार्ड के संबंधित अभ्यर्थी की भी गिरफ्तारी होगी। इसमें अधिकतर अभ्यर्थी का परीक्षा केंद्र बेगूसराय ही था। बेगूसराय में 13 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और एक अक्टूबर को इन सभी केंद्रों पर पुलिस की विशेष टीम तैनात रहेगी। जहां परीक्षा देने के लिए आए इससे संबंधित सभी अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी होगी। पुलिस की एक विशेष टीम प्रमोद की गिरफ्तारी के लिए बाहर निकली हुई है। मामले की सूचना पुलिस मुख्यालय को भी दिया गया है।