बेगूसराय। जंगल से पेड़ काटने से रोकने पर वन विभाग के वनरक्षी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। वनरक्षी रामदेव सदा उर्फ टोनी सदा का शव गुरूवार को जंगल से मिलने पर हड़कंप मच गया। पुलिस व वन विभाग की टीम मामले की छानबीन में जुटी है। घटना बिहार के इकलौते रामसर साइट काबर के बीचोबीच स्थित जयमंगलागढ़ के जंगल की है।
बताया जाता है कि जंगल की सुरक्षा में तैनात वनरक्षी बुधवार की शाम घर से जंगल की देखभाल के लिए निकले थे। घटना को लेकर परिजनो में कोहराम है।काफी समय बीतने पर जब घर नहीं लौटे तो परिजनों को लगा कि मेला देखने गए हैं, लेकिन सुबह तक घर नहीं आने पर खोजबीन शुरू की गई। कई घंटे खोजने के बाद क्षत-विक्षत शव जयमंगलागढ़ मंदिर से दूर जंगल में मिला। शव की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि वन माफिया द्वारा पेड़ काटने से रोकने पर जंगल में कुल्हाड़ी से काट कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि एशिया में मीठे पानी की सबसे बड़ी झील और प्रवासी पक्षियों के सबसे बड़े पनाहगाह काबर झील के बीचों-बीच स्थित विशाल टीला पर जयमंगला माता मंदिर के चारों ओर 1990 के दशक में लाखों पेड़ लगाए गए थे। पेड़ ने जब बड़ा आकार ले लिया तो पिछले करीब 15 वर्षों से इस पर वन माफिया की नजर पड़ गई और हजारों पेड़ काटकर गायब कर दिए गए। हालत यह है कि अभी भी चोरी छुपे पेड़ काटे जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस इसे रोकने में पूरी तरह से नाकाम है। लगातार हो रही कटाई से परेशान होकर वन विभाग द्वारा स्थानीय निवासियों को जंगल के सुरक्षा की जिम्मेवारी दी गई तथा इसी काम के लिए रामदेव सदा उर्फ टेनी सदा को भी रखा गया है। फिलहाल घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है तो स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है।