रांची। एटीएस की टीम ने रविवार की रात लालपुर थाना क्षेत्र के मोराबादी इलाके में स्थित एक फ्लैट से संगठित आपराधिक गिरोह से ₹30 लाख्रा रुपए बरामद किया है। बताया जा रहा है कि रुपया अमन श्रीवास्तव गिरोह का है। जिस घर में छापेमारी की गई वह कुख्यात अमन श्रीवास्तव का है। वही एटीएस की टीम के बेंगलुरु जाने और वहां कुछ लोगों को हिरासत में भी दिए जाने की बात सामने आ रही है।
वहीं रविवार की रात में ही अपराधी गिरोह और हथियार बरामदगी के मामले में सादी लिबास में 2 महिला पुलिसकर्मी सहित एटीएस की 10 सदस्य टीम खलारी थाना क्षेत्र के राय मुस्लिम मोहल्ला भी पहुंची । वहां एक संदिग्ध महबूब आलम उर्फ नेपाली के घर में तलाशी ली गई। इस बीच बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए। इस दौरान भीड़ ने पुलिस वालों से पहले बकझक शुरू की और उनके साथ मारपीट भी की।इसमें बलराम राणा और सीताराम लकड़ा नामक दो पुलिसकर्मी घायल हो गये। इनमें से एक पुलिसकर्मी की पिस्टल भी ग्रामीणों ने छीन ली। वहीं टीम को बंधक बना लिया। एटीएस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर नीरज कुमार कर रहे थे। एटीएस की टीम जिस अपराधी को पकड़ने खलारी गई थी वह मौके का फायदा उठाकर भाग गया था। पुलिस वालों का कहना था कि महबूब आलम की गतिविधि संदिग्ध है। यह पीएलएफआइ और अमन श्रीवास्तव गैंग से जुड़ा है। जबकि उसकी पत्नी का कहना है कि उसका पति रांची में किसी आइटीआइ इंस्टीट्यूट का एडमिशन इंचार्ज है।
सूचना मिलने पर खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी वहां दल बल के साथ पहुंचे और बंधक बनाए गए तीन को मुक्त कराया साथ ही घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। ग्रामीण नौशाद आलम ने रविवार को बताया कि इस टीम पर हमले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।