Araria: फारबिसगंज प्रखंड प्रमुख सुरेश पासवान को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।प्रखंड कार्यालय स्थित सभागार में हुई विशेष बैठक में 27 पंचायत समिति सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।जबकि 18 पंचायत समिति सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में अपना मत दिया।
एक जनवरी को प्रमुख के खिलाफ पंचायत समिति सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था।गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव के लिए सभी 45 पंचायत समिति की विशेष बैठक बुलाई गई।अविश्वास प्रस्ताव की बैठक की अध्यक्षता उप प्रमुख हसीबूरहमान कर रहे थे तथा कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ संजय कुमार,बिपीआरओ बीरेंद्र दास मौजूद थे।बैठक में जिन मुद्दों पर प्रमुख के खिलाफ अविश्वास लाया गया था उसपर घंटो चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की प्रक्रिया हुई। मतदान में सुरेश पासवान के खिलाफ 45 पंचायत समिति में से 27 समिति ने मतदान किया।जबकी मात्र 18 समिति ने उनके पक्ष में मतदान किया। इस तरह वर्तमान प्रमुख सुरेश पासवान विश्वास मत हासिल करने में नाकामयाब रहे।
बीडीओ ने बताया कि वर्तमान प्रमुख विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए इसलिए अभी से फारबिसगंज प्रखंड प्रमुख पद खाली हो गया हैं।अविश्वास प्रस्ताव से संबधित रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजा जाएगा तथा चुनाव अयोग के दिशा निर्देश के बाद पुनः प्रमुख पद के लिए चुनाव कराया जाएगा। उप प्रमुख हसीबूरहमान ने कहा कि वह चुनाव होने तक प्रमुख की कुर्सी को ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव में वोटिंग प्रक्रिया के बाद आए रिजल्ट से पंचायत समिति काफ़ी उत्साहित नजर आए।पंसस ओमप्रकाश पासवान ने कहा की प्रखंड में विकास के नाम पर शोषण हो रहा था। कोई भी पंचायत समिति प्रमुख के कार्यशैली से खुश नहीं थे। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव की नौबत आई।यह जीत सभी समितियों की जीत हैं।