गया।
जिले के बेलवादीह गांव के महादलितो की बस्ती में रहने वाले सभी लोगो ने हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म को अपना लिया है। धीरे धीरे बस्ती के लोग ईसाईयों के संगठित समूह की ओर से आयोजित प्रार्थना सभा मे जाना शुरू किया था और फिर सभी सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन कर लिया। इसको लेकर बिहार में सियासत गर्माने की संभावना है। बताया जाता है कि धर्म परिवर्तन को लेकर संगठित समूह द्वारा फैलाए गए चमत्कार के अफवाह में आकर लोगो ने धर्म परिवर्तन किया है।
बस्ती वालो के मुताबिक केवला देवी के बेटे की तबीयत खराब थी। इलाज से कोई फायदा नहीं हो रहा था। फिर वह किसी की सलाह पर ईसाई धर्म के पास जाने की सलाह दी। फिर इसाई धर्म के कई लोग उसके घर पहुचंकर प्रार्थना की। फिर बीमार को पानी दिया। इस पर महिला का बेटा ठीक हो गया। इससे बस्ती के लोगो की आस्था ईसाई धर्म में बढ़ती गई।
इधर पास के गांव वाजिदपुर में रविवार को ईसाई धर्मावलंबियों द्वारा आयोजित प्रार्थनासभा में बस्ती के सभी लोगो ने हिंदू धर्म त्यागकर ईसाई धर्म को अपना लिया। धर्म परिवर्तन कर चूके मनोज मांझी ने बताया कि पहले हमलाेग बहुत परेशान रहते थे। पर ईसाई धर्म में आने के बाद सबकुछ ठीक हो गया। उसने यह भी कहा कि पहले कई मंदिरो में जाने पर रोक था, पर ईसाई धर्म में ऐसा कुछ नहीं है।
उल्लेखनीय हो कि ईसाई धर्मावलंबियों का समूह लगातार बिहार सहित अन्य राज्यो के कमजोर वर्ग तथा अशिक्षित लोगो को निशाना बनाते है। पहले प्रार्थना सभा में झूठे चमत्कार दिखाकर लोगो झांसा देकर धर्म परिवर्तन का खेल करते है। पर प्रशासन व सरकारे इस ओर गंभीर नहीं दिखती है।