रांची। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में दो दिनो के लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने बुधवार को झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को ईडी ने सोमवार को समन जारी किया था। समन जारी होने के बाद मंगलवार को वे ईडी कार्यालय में हाजिर हुई थीं। ईडी अधिकारियों ने उनसे उनकी आमदनी के स्रोत, मनरेगा घोटाले में उनकी भूमिका और उनके बैंक खाते में जमा नगद राशि से संबंधित सवाल पूछे थे। कल ईडी अधिकारियों ने सिंघल से 9 घंटे तक पूछताछ की थी। आईएएस पूजा सिंघल बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) के एयरपोर्ट स्थित कार्यालय अकेले पहुंचीं थी। पूजा सिंघल से दूसरे दिन भी ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की।
इससे पहले ईडी ने खूंटी के मनरेगा घोटाले मामले में पूजा सिंघल से लगभग 16 घंटे तक पूछताछ की। जवाब में उन्होंने खुद को निर्दोष बताया लेकिन सैलरी से 1.43 करोड़ रुपये अधिक धनराशि उनके खाते में कहां से आई, इसका जवाब वह नहीं दे सकीं। ईडी के अनुसार पूजा से बुधवार को उनके सीए के घर से मिले 17 करोड़ रुपये और पल्स हॉस्पिटल से संबंधित मामलों में पूछताछ की गयी। इससे पहले मंगलवार को भी ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। इस दौरान आय से अधिक संपत्ति मामले में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी थीं।
ईडी के अधिकारियों ने पूजा सिंघल से मनरेगा घोटाले में जांच और तत्कालीन इंजीनियर राम विनोद सिन्हा और आरके जैन द्वारा मनरेगा की योजनाओं में कमीशनखोरी से संबंधित दिये गये बयान से जुडे सवाल पूछे। ईडी ने पूजा के आईसीआईसीआई बैंक स्थित खाते में जमा नकदी रुपये और उससे सीए सुमन कुमार और उसके संबंधित कंपनियों में पैसा ट्रांसफर किये जाने से संबंधित सवाल पूछे।
बताया गया कि पूजा सिंघल ने अपने बैंक खाते में जमा नकदी के सिलसिले में तत्काल कुछ भी बताने में असमर्थता जतायी। ईडी ने मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान यह पाया था कि पूजा सिंघल के नाम पर आईसीआईसीआई बैंक में खोले गये खाते कई चरणों में नकद एक करोड रुपये जमा किये गये थे। उन्होंने इसी बैंक खाते के पैसे से 13 पॉलिसी खरीदी थी। उल्लेखनीय है कि ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल और उनके करीबियों से जुड़े करीब 25 ठिकानों पर दो दिन तक छापेमारी की थी। इस दौरान 19.31 करोड़ रुपये और लगभग 300 करोड़ के दस्तावेज जब्त किये गये थे।
वहीं ईडी ने आज ही पूजा सिंघल के करीबी अभिजीत सेन के कोलकाता के ठिकानो पर छापेमारी की है। ईडी की पांच सदस्यीय टीम अभिजीत की तलाश में जुटी है। अभिजीत एक व्यवसायी है जो मुख्य रूप से निर्माण और इंटीरियर डिजाइनिंग का व्यवसाय करता है। उस पर कारोबार के जरिए कई नौकरशाही के पैसे को अवैध तरीके से सफेद करने का आरोप है। ईडी के मुताबिक झारखंड कैडर की आईएएस पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में यह छापेमारी की जा रही है। दूसरी ओर ईडी की टीम आईएएस पूजा सिंघल से रांची के एयरपोर्ट स्थित कार्यालय में पूछताछ कर रही है।
48 घंटे के अंदर पल्स हॉस्पीटल की भूमि से संबंधित जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट देने का निर्देश
इधर रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने अपर समाहर्ता से पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल से संबंधित पूर्व में हुई जांच की फाइल/ अपर समाहर्ता को 48 घंटे के अंदर पल्स हॉस्पीटल की भूमि से संबंधित जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। आरोप है कि इस अस्पताल का निर्माण भुईंहरी जमीन पर हुआ है। ऐसे में जमीन की खरीद बिक्री नहीं हो सकती है। इसके बाद भी जालसाजी करके जमीन की खरीद की गई। इसके बाद पल्स अस्पताल का निर्माण किया गया। सूत्रों का कहना है कि जमीन की जांच रिपोर्ट गायब है।
उल्लेखनीय है कि भुईंहरी जमीन पर अस्पताल बनाए जाने की शिकायत नारायण विश्वकर्मा नामक व्यक्ति ने फरवरी 2020 में की थी। इसके बाद हेमंत सोरेन ने 13 फरवरी, 2020 को डीसी रांची को निर्देश देते हुए कहा था कि आरोपितों पर कार्रवाई कर सूचित करें। तत्कालीन डीसी राय महिमापत रे ने तत्कालीन अपर समाहर्ता सत्येंद्र कुमार और बड़गाईं सीओ की दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई थी।
भुईंहरी नेचर की जमीन पर ही पल्स हॉस्पिटल का निर्माण हुआ है इस बात की पुष्टि एसी व सीओ की जांच टीम ने की थी। उक्त जमीन के म्युटेशन के लिए बड़गाईं अंचल में आवेदन किया गया था लेकिन तत्कालीन सीओ विनोद प्रजापति ने उसे रिजेक्ट कर दिया। रिजेक्ट करने के कारण में उन्होंने स्पष्ट किया था कि राजस्व कर्मचारी और अंचल निरीक्षक की ओर से प्रतिवेदित किया गया है कि म्युटेशन के लिए आवेदित भूमि सर्व खतियान के अनुसार ऑनलाइन बकास्ट भुईंहरी दर्ज है, जो सरकार के निहित नहीं है। आईएएस पूजा सिंघल के करीबियों के खिलाफ ईडी के छापेमारी के बाद पल्स हॉस्पिटल के बने भूमि को लेकर एक मामला फिर से गर्म है। सिंघल के पति अभिषेक झा का बरियातू रोड में पल्स हॉस्पिटल है।