अररिया। फारबिसगंज थाना के मटियारी के कन्या प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन खाने के बाद करीब 100 छात्रा बीमार पड़ गई। बीमार छात्राओं को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। हलांकि स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को खतरे से बाहर बताया गया है। इसकी सूचना मिलने पर कई अधिकारी पहुंचे और मामले की जांच की है।
जानकारी अनुसार गुरुवार को हरेक दिन के समान मेनू के अनुसार दाल चावल और सब्जी का सप्लाय किया गया था। बच्चों के अनुसार, खाना खाने के बाद सभी की तबियत बिगड़ने लगी।जिसके बाद अगल बगल के अभिभावकों को बताया गया कि एमडीएम के खाना में छिपकली था और उसी भोजन को खाने से बच्चों की तबियत खराब हुई है।जिसके बाद आनन-फानन में अभिभावकों और ग्रामीणों ने एक सौ के करीब बच्चों को फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया।जहां अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रेशमा अली,डॉ अली अकबर अंसारी के देखरेख में बीमार बच्चों का चिकित्सीय परीक्षण किया गया।सभी बच्चे खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं।
मामले पर जानकारी देते हुए अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रेशमा अली ने बताया कि कुछ बच्चों ने चक्कर आने और उल्टी जैसे होने की शिकायत की है।अस्पताल परिसर में किसी भी बच्चे को उल्टी नहीं हुई है और सभी बच्चे स्वस्थ और खतरे से बाहर हैं।उन्होंने कहा कि बच्चे विषाक्त भोजन को लेकर डरे सहमे हैं,लेकिन डरने की कोई बात नहीं है। सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और अभिभावकों के अलावे अधिकारियों के साथ मटियारी के सरपंच शमशेर आलम,कृष्णदेव भगत,जदयू नेता मूलचंद गोलछा,वाहिद अंसारी,अखिलेश मंडल अस्पताल पहुंचकर जानकारी प्राप्त की।
बहरहाल सभी बच्चे स्वस्थ और खतरे से बाहर हैं।फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी ने मामले के जांच के लिए एक कमिटी के गठन कर पूरे प्रकरण का जांच कराने की मांग वरीय अधिकारियों से की है। हालांकि फारबिसगंज एसडीएम सुरेन्द्र कुमार अलबेला ने मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन की ओर से सप्लाय किये जाने वाले एमडीएम भोजन में छिपकली रखने और अफवाह फैलाने का षड्यंत्र रचने की बात करते हुए मामले की जांच कर षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने और कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही।
एसपी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि सूचना मिलने पर वह अस्पताल पहुंचे और सभी बच्चों के खतरे से बाहर होने की बात करते हुए मामले की जांच करने की बात कही। डीपीओ(एमडीएम) आनन्द कुमार ने मामले की जांच करवाने की बात कही और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कही।उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में मासूम बच्चों के सेहत से खिलवाड़ करने वाले को बख्शा नहीं जायेगा।