नवादा।
मंडल कारा में पदस्थापित कक्षपाल हरेंद्र दुबे के खिलाफ सोमवार को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उस पर फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल होने का आरोप है। विभागीय निर्देश के आलोक में काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
जानकारी अनुसार आरोपित कक्षपाल की नियुक्ति वर्ष 2018 में हुई है। जांच के बाद गत वर्ष नवंबर माह में ही उनके प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस आलोक में कारा विभाग ने उसके खिलाफ आरोप पत्र गठित कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया था। विभागीय अधिकारियों ने फर्जी प्रमाण पत्र बहाली को गंभीर अपराध माना है। फिलहाल कक्षपाल की नियुक्ति से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर छानबीन हो रही है।
बताया जाता है कि आरोपित आर्मी से रिटायर होने के बाद नौकरी हासिल की थी। उसकी पहली पोस्टिंग औरंगाबाद में हुई थी। संभावना जताई जा रही है कि निष्पक्ष जांच से कई फर्जी मामले उजागर हो सकते हैं। यह भी बताया गया है कि कक्षपाल ने मनोचिकित्सक से इलाज का चिकित्सीय पूर्जा उपलब्ध कराते हुए नौकरी से त्यागपत्र दे दिया है। फिलहाल आरोपित पुलिस गिरफ्तार से बाहर है।