पटना।
राज्य के राजग सरकार में शामिल घटक दलो के बीच चल रहे वार पलटवार से बिहार की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं महागठबंधन के नेता से एक अवसर के रूप में लपकने के लिए बेकरार नजर आ रहे है। हाल ही में हम नेता जीतन राम मांझी ने जब बांका की घटना पर भाजपा को नसीहत दी, तब भाजपा ने भी पलटवार किया था। इस बीच वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने बयानबाजी कर सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। मुकेश सहनी ने ट्वीट कर बिना नाम लिए ही भाजपा नेताओं को अनावश्यक बयानबाजी की बजाय जनता से किए गए 19 लाख के रोजगार के वादे पर काम करने की सलाह दी है। उसने कहा कि बहुत से नेता अलग अलग मुद्दो पर बयान दे रहे है जो सही नहीं है। इसके पूर्व सहनी ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को पत्र लिखकर जनप्रतिनिधियों को पूर्व की भांति ऐच्छिक कोष की धनराशि खर्च करने की शक्ति प्रदान किए जाने की अपील की है। मालूम हो कि हाल के दिनो में सहनी और जीतन राम मांझी को लालू प्रसाद से बात हुई है। इस पर सवाल पूछने पर सहनी ने कहा कि इसे पर्दे के पीछे रहने दीजिए। घटक दलो की आपसी तल्खी के बीच दो दिन पूर्व ही राजद नेता तेज प्रताप यादव ने जीतन राम के आवास पर मुलाकात कर राज्य में सत्ता परिवर्तन का अवसर तलाशा था। इस दौरान लालू प्रसाद से मांझी की बात भी करायी थी। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मांझी ने कहा था कि राजनीति में मतभेद तो होता है, लेकिन मनभेद नहीं होता है।