कोलकाता।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कैबिनेट के 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई । इसमें तीन मंत्री अमित मित्रा, बिरात्य बसु व रथीन घोष ने वर्चुअल के जरिए शपथ ली, जबकि 40 मंत्री राज भवन के थ्रोन रूम में उपस्थित थे। शपथ लेने वालों में 25 कैबिनेट मंत्री हैं जबकि 10 स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री और बाकी नौ राज्यमंत्री है। कैबिनेट में ममता बनर्जी के अलावा आठ अन्य महिलाएं और 7 अल्पसंख्यक विधायक शामिल है।
राज्य में यह पहला अवसर है जब एक मौलाना को भी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। सभी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने अपने पास गृह, स्वास्थ्य ,भूमि सुधार, शरणार्थी कल्याण विभाग आदि रखा है। मंत्रियों की सूची में विधायक बेचाराम मन्ना को श्रम विभाग दिया गया है, जबकि सुब्रत साहा को फूड प्रोसेसिंग इंडस्टरीज एंड हॉर्टिकल्चर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पूर्व आईपीएस हुमायूं कबीर को टेक्निकल एजुकेशन ट्रेंनिंग एंड स्किल डेवलपमेंट और पूर्व मेदनीपुर में शुभेंदु अधिकारी परिवार के प्रतिद्वंदी के तौर पर खड़े किए जा रहे अखिल गिरी को मत्स्य विभाग दिया गया है। इसके अलावा चंद्रिमा भट्टाचार्य को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण, भूमि और भूमि सुधार, शरणार्थी पुनर्वास, शहरी विकास तथा नगरपालिका विभाग का स्वतंत्र प्रभार, रत्ना दे नाग को पर्यावरण, साइंस एंड टेक्नोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी विभाग, संध्या रानी टूडू को पश्चिमांचल विकास विभाग और संसदीय कार्य, बूलू चिक बारीक को पिछड़ा विकास विभाग और आदिवासी विकास विभाग सौंपा गया है। मंत्रिमंडल में शामिल सुजीत बसु को अग्निशमन और आपातकाल सेवा विभाग सौंपा गया है जबकि इंद्रनिल सेन को पर्यटन तथा सूचना और संस्कृति मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मिला है।